मुंबई: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने बैंकों को फंसे कर्ज को ‘ढंकने’ तथा भविष्य के लिये बड़ी समस्या खड़ी करने को लेकर शुक्रवार को चेतावनी दी. बैंकिंग शिखर सम्मेलन में राजन ने कहा कि जो बदलाव हुए हैं, उससे निपटने के लिये पुनर्गठन वैध तरीका है लेकिन हमेशा समस्या की उपेक्षा करने की कोशिश करना तथा भविष्य में बड़ी समस्या पैदा करना सही नहीं है.
उन्होंने कहा, ‘‘..अत: ऋण को ढंकना और उसे पुनर्गठित करना तथा उसकी वापसी रुकने पर उसके लिये प्रावधान नहीं करना, मुद्दा है…’’ गैर निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) या फंसा कर्ज रिजर्व बैंक तथा सरकार के लिये चिंता का कारण है. जून तक राष्ट्रीयकृत बैंकों का सकल एनपीए 3.89 प्रतिशत था. वहीं स्टेट बैंक समूह का एनपीए कुल ऋण का 5.50 प्रतिशत था.
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