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राहुल यादव : क्या आप जानते हैं 24 साल के इस सीइओ की असली और पूरी कहानी?

इंटरनेट डेस्क इस्तीफा विवाद के कारण हाउसिंग डॉट कॉम के 24 वर्षीय सीइओ भारतीय मीडिया की पिछले दो-तीन दिनों से सुर्खी में बने हुए हैं. बिजनेस चैनलों, बिजनेस अखबारों व वेबसाइटों के लिए राहुल का इस्तीफा और फिर नाटकीय ढंग से उसे वापस ले लेना अहम खबर है. हर किसी ने इसे प्रमुखता से कवर […]

इंटरनेट डेस्क
इस्तीफा विवाद के कारण हाउसिंग डॉट कॉम के 24 वर्षीय सीइओ भारतीय मीडिया की पिछले दो-तीन दिनों से सुर्खी में बने हुए हैं. बिजनेस चैनलों, बिजनेस अखबारों व वेबसाइटों के लिए राहुल का इस्तीफा और फिर नाटकीय ढंग से उसे वापस ले लेना अहम खबर है. हर किसी ने इसे प्रमुखता से कवर किया और उसका फॉलोअप भी कर रहे हैं.
दरअसल, राहुल ने कुछ दिन पहले खुद की स्थापित कंपनी के सीइओ पद से इस्तीफा के लिए बोर्ड मेंबर्स व निवेशकों को मेल लिखा था. इस मेल में उनके द्वारा प्रयोग किये गये कडे और आपत्तिजनक शब्दों पर ही विवाद गहराया था. दरअसल, ऐसी स्थिति महज दो साल में 1500 करोड रुपये बाजार वाली कंपनी बन जाने वाली हाउसिंग डॉट कॉम के निवेशकों से उनका रिश्ता बिगडने के कारण हुआ. इस कंपनी में जापान की सॉफ्ट बैंक सहित कई बडी वेंचर कैपिटल कंपनियों ने निवेश कर रखा है.
सूत्रों की मानें तो राहुल यादव का विवाद सिक्योआ कैपिटल के एमडी शैलेंद्र सिंह से हुआ था. राहुल के स्ट्रेटजी प्लान से असंतुष्ट निवेशक व बोर्ड मेंबर उन्हें पद से हटाने पर विचार कर रहे थे. ज्यादातर इन्वेस्टर चाहते थे कि कंपनी के को फाउंडर आदित्य शर्मा को यह जगह अब दी जानी चाहिए. बहरहाल, विवादों के कारण चर्चा में आये राहुल यादव व उनके खास सहयोगी आदित्य शर्मा, जो उनकी ही उम्र के हैं कि शून्य से शिखर छूने की कहानी जानना बहुत दिलचस्प है. आइए जानते हैं इस 24 वर्षीय उद्यमी की पूरी कहानी.
राहुल यादव शिक्षा-दीक्षा और आरंभिक जीवन
राहुल यादव राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, जब वे दसवीं कक्षा में पढते थे, तो 20वें नंबर पर अपनी कक्षा में आये थे, जबकि इस कक्षा में मात्र 30 ही छात्र थे. पर, जब वे 12वीं की कक्षा में थे तो 75 प्रतिशत अंक लाया था और राजस्थान में वे फिजिक्स, केमेस्ट्री एवं मैथ्स स्ट्रीम में वे टॉपर हुए थे, जिसके बाद उन्हें आइआइटी प्रवेश परीक्षा के लिए स्कॉलरशिप मिली थी. बाद में उनका चयन भी आइआइटी, मुंबई के लिए हो गया.
आइआइटी, मुंबई में गुजारे दिन
राहुल यादव जब आइआइटी में पढ रहे थे तो वे सेंकेड इयर में अपनी कक्षा के छात्रों के प्रतिनिधि चुने गये और सीनियर कक्षा में पहुंचने के बाद छात्र संघ के सचिव बने. दिलचस्प बात यह कि आइआइटी के दिनों में चुनाव जीतने के लिए उन्होंने जो टेक्नोक्रेटिक आइडिया इस्तेमाल किया, वहीं बाद के दिनों में उनके स्टार्टअप का आधार बना. उन्होंने छात्रों से अपनी चुनावी घोषणा में वादा किया कि वे उनके लिए पिछले सालों की परीक्षाओं का एक कोश्चन बैंक बनायेंगे. उन्होंने ऑनलाइन बैंक बनाया भी, जिसका नाम था एक्जामबाबा डॉट कॉम.
घर खोजने की जद्दोजहद से आया स्टॉर्टअप आइडिया
आइआइटी में पढाई के बाद राहुल यादव व उनके दोस्त आदित्य शर्मा ने देखा कि उनके पहचान वालों व मित्रों को मुंबई में घर खोजने में काफी दिक्कत हो रही है. इस परेशानी से इन्हें भी दो चार होना पडा. ऐसे में घर खोजने के लिए एक ऑनलाइन स्टॉर्टअप का आइडिया आया, जिन्हें इन्होंने हाउसिंग डॉट कॉम नाम दिया. यह जल्द ही लोकप्रिय हो गया और इसकी सफलता देख कई बडे देशी विदेशी इन्वेस्टर ने इसमें निवेश किया. 2012 में आइआइटी से निकलने के साथ ही उन्होंने कंपनी की स्थापना की थी.
कंपनी का विस्तार और आगे की योजना
भले ही फौरी तौर पर राहुल यादव विवादों में आये हों, पर उनकी क्षमता व प्रतिभा के बहुत सारे लोग कायल हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, अभी इस कंपनी की पकड मुंबई के ही सिर्फ दस प्रतिशत बाजार पर है, ऐसे में विस्तार के लिए अपार संभावना है. राहुल यादव की इस कंपनी में फिलहाल 2500 लोग काम करते हैं, जिनकी संख्या जल्द ही 4000 हो जायेगी. राहुल यादव व उनके साथी आदित्य शर्मा कंपनी को ग्लोबल ब्रांड बनाने की कोशिश में जुटे हैं. इसके लिए कंपनी का कार्यालय सन फ्रांसिस्को सहित अन्य जगहों पर खोलने की योजना है. फिलहाल इस कंपनी की वेबसाइट पर 11 मीलियन विजिटिर हर महीने आते हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस कंपनी में निवेश करने वाले एक बडे निवेशक ने कहा कि मेरे पास राहुल यादव का मेल पांच बजे सुबह आया, जिससे उनकी काम के प्रति तत्परता का पता चलता है. उस निवेशक का कहना है कि हो सकता है कि मैं उनसे अतिप्रभावित हूं, लेकिन वे नये बनते भारत के प्रतीक हैं. राहुल के दोस्त व कंपनी के सह संस्थापक आदित्य शर्मा जम्मू के रहने वाले हैं, वे कंपनी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर भी हैं. इन्होंने मुंबई के पवई इलाके में ही अपना कार्यालय खोल रखा है.अपना इस्तीफा वापस लेने पर अपनी कंपनी के लोगों को उन्होंने सोशल मीडिया पर दिलचस्प संदेश दिया : आइ एम स्टिल योन सीइओ. हेव फन!

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