नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की कोयला उत्पादक कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) चालू वित्त वर्ष में अपने 50.7 करोड टन के उत्पादन लक्ष्य से एक करोड टन पिछड सकती है. इसकी वजह राज्यों के स्तर पर परिचालन करने वाली खानों में कई तरह के विलंब होना हैं. उल्लेखनीय है कि सरकार ने 2020 तक कोयला उत्पादन एक अरब टन तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.
कोल इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एस भट्टाचार्य ने कहा, ‘चालू वित्त वर्ष में हमारा उत्पादन 49.3 करोड टन के आसपास रहेगा.’ भट्टाचार्य ने कहा कि संसाधनों तक पहुंच के अभाव में संभवत: कोल इंडिया के लिए उत्पादन लक्ष्य हासिल कर पाना संभव नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर पर्यावरण मंजूरी का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है. चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से फरवरी की अवधि में कोल इंडिया का उत्पादन 43.69 करोड टन रहा है, जबकि लक्ष्य 45.01 करोड टन का था.
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