नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के पूर्व चेयरमैन सी रंगराजन ने कहा है कि केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखना उम्मीद के अनुरुप है. रंगराजन ने कहा कि रिजर्व बैंक को दरों मेंकटौती से पहले बजट का इंतजार करना चाहिए.
रंगराजन ने एक टीवी चैनल से साक्षात्कार में कहा, मौद्रिक समीक्षा बहुत हद तक उम्मीद के अनुकूल है. यह अच्छा होगा कि ब्याज दरों में कटौती पर कोई फैसला लेने से पहले इंतजार किया जाये. उन्होंने कहा, हम बहुत ज्यादा यह नहीं जानते हैं कि मानसून कैसा रहेगा.
नया बजट अभी आना है, ऐसे मेंब्याज दरों मेंकटौती का फैसला उसके बाद ही होना चाहिए. रिजर्व बैंक ने 2014-15 की अपनी दूसरी द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में बैंकांे के लिए सांविधिक तरलता अनुपात (एसएलआर) मेंआधा प्रतिशत की कटौती कर इसे 22.5 फीसदी कर दिया है. इससे बैंकिंग प्रणाली को 40,000 करोड़ रुपये की नकदी मिलेगी.
रंगराजन ने कहा कि ब्याज दरों में कोई भी कटौती तभी होगी जब मुद्रास्फीति मेंनिश्चित रुप से गिरावट के संकेत दिखने लगेंगे. उन्होंने कहा कि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में कुछ गिरावट आयी है, लेकिन खुदरा मुद्रास्फीति अभी भी उच्च स्तर पर बनी हुई है.
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