27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

ज्ञानेंद्र रावत

Browse Article By

ऋतु परिवर्तन का महापर्व

सूर्य जब दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं या फिर पृथ्वी का उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है, उस दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है. यह पर्व सूर्य की महत्ता से जुड़ा है.

प्रेम वैलेंटाइन डे तक सीमित नहीं

सामाजिक बदलावों और मानवीय मूल्यों में आयी गिरावट के कारण आज प्रेम में ठहराव कहीं दिखाई ही नहीं देता, त्याग तो बहुत दूर की बात है.

जरूरी है नदियों का संरक्षण

साल 1986 में गंगा एक्शन प्लान से लेकर 2014 में शुरू नमामि गंगे परियोजना, जिसमें केंद्र सरकार के सात मंत्रालयों की प्रतिष्ठा दांव पर थी, हजारों करोड़ स्वाहा हो गये, उसके बाद भी देश की राष्ट्रीय नदी, पुण्य दायिनी, पतितपावनी गंगा जस की तस है.

वर्षा जल संचयन समय की मांग

वर्षा जल का 47 फीसदी हिस्सा नदियों में चला जाता है. यदि इसी को रिचार्ज की स्पष्ट नीति के तहत संरक्षित किया जाए, तो देश में पानी का कोई संकट नहीं होगा.

बाघों को सुरक्षित करना जरूरी

वर्ष 2012 से हर साल औसतन 98 बाघ की मौत हुई है. सबसे ज्यादा मौतें 2021 में हुईं, जब यह संख्या 126 रही थी. इनमें 60 अवैध शिकार, सड़क हादसों व इंसानी संघर्ष में मरे थे.

अविस्मरणीय है श्यामलाल का योगदान

आजादी की लड़ाई के दौरान झंडागान सभी का प्रिय बन गया. इस गीत ने देश के जनमानस में चेतना जागृत करने का कार्य किया, पर आजादी मिलने के बाद इस गीत को एक तरह से भुला दिया गया.