10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पांच साल में ही जजर्र हो गया भवन

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी समाजशास्त्र विभाग का भवन पांच साल में ही जजर्र हो गया है. विभाग क ा भवन 2008 में बना था पर आज यह टूट कर गिरने लगा है. इसके अलावा यह विभाग शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. विभाग में शिक्षकों के सृजित पद नौ हैं. जबकि वर्तमान […]

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी समाजशास्त्र विभाग का भवन पांच साल में ही जजर्र हो गया है. विभाग क ा भवन 2008 में बना था पर आज यह टूट कर गिरने लगा है. इसके अलावा यह विभाग शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है. विभाग में शिक्षकों के सृजित पद नौ हैं. जबकि वर्तमान में कार्यरत तीन ही हैं. तीन में एक शिक्षक ने प्रोन्नति मिलने के बाद विभाग में योगदान दिया है. कई बार रिटायर्ड शिक्षकों की सेवा लेने की बात हुई, पर अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. एक चपरासी व एक क्लर्क हैं. विभाग में एक लाइब्रेरियन भी है जिनको 10 साल से अपने वेतन का इंतजार है.

नहीं है कॉमन रूम
इस विभाग के पास अपना कॉमन रूम नहीं है. कई विभागों का एक संयुक्त कॉमन रूम है जिसमें पानी की व्यवस्था नहीं है. कॉमन रूम का शौचालय भी हमेशा गंदा रहता है. अभी एक कॉमन रूम बन रहा है, लेकिन फिलहाल छात्राओं को काफी परेशानी हो रही है. तीसरे सेमेस्टर की छात्र जीवन संध्या ने बताया कि लड़कों और लड़कियों का एक ही शौचालय है. वहीं छात्र निखत ने बताया, कॉमन रूम समय पर नहीं खुलता है और हमारी कक्षा तीन बजे खत्म होती है लेकिन कॉमन रूम एक बजे ही बंद कर दिया जाता है. नूतन, दुर्गा और सुरभि ने बताया, शौचालय भी बहुत गंदा रहता है उसकी सफाई भी नहीं की जाती है.

नहीं आता है स्वीपर
पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ पीके सिन्हा ने बताया कि स्वीपर के नियमित रूप से नहीं आने के कारण विभाग की साफ-सफाई नहीं हो पाती है. इस कारण नियमित सफाई नहीं हो पाती है और विभाग में गंदगी पसरी रहती है. विभाग द्वारा चंदा कर सफाई करायी जाती है.

लिस्ट के अनुसार नहीं आती हैं किताबें
जिन किताबों का लिस्ट विश्वविद्यालय को विभाग द्वारा दिया जाता है वे किताबें नहीं भेजी जाती हैं. ऐसी किताबें आती हैं जो किसी काम की नहीं रहतीं. विभाग द्वारा पिछले साल भी 50 हजार की पुस्तक वापस की गयी थी. इसके अलावा दो महीने पहले विश्वविद्यालय द्वारा भेजे फोटो कॉपी मशीन व प्रोजेक्टर मशीन अब तक नहीं लग पाने के कारण यूं ही पड़ा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें