28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

कश्मीर का लाल चौक लाल किला नहीं, अमित शाह के तिरंगा फहराने की खबर अफवाह: राज्यपाल मलिक

श्रीनगर : जम्मू-कश्‍मीर के हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं. 15 अगस्त के बाद से लोगों को आने-जाने की इजाजत देने का प्रयास किया जाएगा. सूबे में धीरे-धीरे हालात सामान्य करने और कर्फ्यू हटाने का काम होगा. यह बातें जम्मू-कश्‍मीर के राज्यपाल मलिक ने एक साक्षात्कार में कही है. साक्षात्कार में उन्होंने यह भी कहा है […]

श्रीनगर : जम्मू-कश्‍मीर के हालात शांतिपूर्ण बने हुए हैं. 15 अगस्त के बाद से लोगों को आने-जाने की इजाजत देने का प्रयास किया जाएगा. सूबे में धीरे-धीरे हालात सामान्य करने और कर्फ्यू हटाने का काम होगा. यह बातें जम्मू-कश्‍मीर के राज्यपाल मलिक ने एक साक्षात्कार में कही है. साक्षात्कार में उन्होंने यह भी कहा है कि गृह मंत्री अमित शाह लाल चौक में तिरंगा फहराएंगे, यह खबर केवल अफवाह है.

राज्यपाल ने कहा कि मैं राज्य की जनता को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने यहां शांति बनाए रखने में मदद की. 2016 में आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद जो प्रदर्शन हुए थे उसमें एक सप्ताह के अंदर 40 लोगों की जान चली गयी थी. कई मौकों पर हिंसा की वारदात देखने को मिल चुकी है और लोग जान गंवा चुके हैं लेकिन इस बार ऐसी स्थिति देखने को नहीं मिली.

विपक्षी नेताओं को लाने की बात करके अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं राहुल

राज्यपाल ने कहा कि गांधी ने यात्रा के लिए कई शर्तें रखी थीं जिनमें हिरासत में बंद मुख्यधारा के नेताओं से मुलाकात भी शामिल है. मलिक ने कहा कि राहुल गांधी कश्मीर के हालात के बारे में फर्जी खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं जो संभवत: सीमापार से प्रसारित की गयी हैं. हालात शांतिपूर्ण हैं और नहीं के बराबर घटनाएं हुई हैं. राज्यपाल ने कहा कि राहुल गांधी विभिन्न भारतीय टीवी चैनलों को देखकर खुद पता लगा सकते हैं जिन्होंने कश्मीर घाटी के सही हालात बयां किये हैं.

कश्मीर का लाल चौक कोई लाल किला नहीं
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उन सभी खबरों का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा था कि 15 अगस्त के दिन गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर आएंगे और लाल चौक में तिरंगा फहराएंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है. कश्मीर का लाल चौक कोई लाल किला नहीं है, जो गृहमंत्री यहां तिरंगा फहराएंगे.

फोन और इंटरनेट पर रो‍क जारी रहेगी
राज्यपाल ने कहा कि धीरे-धीरे हालात सामान्य करने का प्रयास जारी है. कर्फ्यू हटाने का काम होगा. लेकिन फोन और इंटरनेट फिलहाल नहीं खुल सकते हैं. क्योंकि इन्हें एक हथियार के तौर पर उपयोग में लाया जाता है.

इनसे लोगों को भटकाने और युवाओं को दंगे आदि के लिए इकट्ठा किया जा सकता है. जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं हम दुश्मन को कोई भी अवसर प्रदान नहीं करेंगे. अगले एक हफ्ते या फिर 10 दिन बाद फोन और इंटरनेट सेवाएं शुरू हो सकती है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें