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दादी व दो पोतियों की एक साथ मौत पर कहुआ मुसहरी में मचा कोहराम

दादी व दो पोतियों की एक साथ मौत पर कहुआ मुसहरी में मचा कोहराम 75 वर्षीय बाने मांझी के सिर पर टूटा दुखों का पहाड़, बेटा व पुतहू दिल्ली में रह कर करता है मजदूरी फोटो संख्या : 10फोटो कैप्शन : घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी. प्रतिनिधि4संग्रामपुर प्रखंड क्षेत्र के दीदारगंज पंचायत अंतर्गत कहुआ मुसहरी में […]

दादी व दो पोतियों की एक साथ मौत पर कहुआ मुसहरी में मचा कोहराम 75 वर्षीय बाने मांझी के सिर पर टूटा दुखों का पहाड़, बेटा व पुतहू दिल्ली में रह कर करता है मजदूरी फोटो संख्या : 10फोटो कैप्शन : घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी. प्रतिनिधि4संग्रामपुर प्रखंड क्षेत्र के दीदारगंज पंचायत अंतर्गत कहुआ मुसहरी में रविवार की रात हुई अग्निकांड में घर के अंदर सोई एक वृद्ध महिला एवं दो बच्ची की मौत से पुरे गांव में मातम छाया है. दादी-पोती की इस दर्दनाक मौत से गांव वाले सदमें में हैं. पीड़ित परिवार के कमाउ सदस्य दिल्ली में है. घटनास्थल की सूचना मिलने पर बीडीओ प्रेम प्रकाश, अंचल अधिकारी राजेश रंजन, थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार मौके पर पहुंचे व स्थिति का जायजा लिया गया. तीनों शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है.

कहुआ मुसहरी निवासी बाने मांझी उम्र 75 वर्ष का घर टोले के पश्चिमी छोर पर है. घर का एकमात्र कमरा पक्का और उसके आगे-पीछे दोनों ओर फूस की कोठरी और बरामदा था. इसी घर में बाने मांझी अपनी पत्नी दुल्ली देवी उम्र 70 वर्ष, दो पोती झबरी कुमारी उम्र 12 वर्ष तथा सती कुमारी उम्र 8 वर्ष एवं एक पोता लगन कुमार उम्र 10 वर्ष के साथ रहकर गांव में मजदूरी कर जीवनयापन करता था. जबकि उसका एकमात्र पुत्र सल्लू मांझी एवं उसकी पत्नी मजदूरी करने दिल्ली गया हुआ है. रविवार की रात 9 बजे तक कहुआ मुशहरी में दीप जलाने को लेकर काफी उल्लास था. इसके बाद रात्रि 10 बजे ये सभी लोग खा-पीकर अपने घर के आंगन में सो गए. जबकि पोता लगन बगल के नारायण मांझी के घर की छत पर सोने चला गया. रात करीब 11 बजे बाने मांझी को कुछ जलन सी महसूस हुई. उसने उठकर देखा तो चारों ओर आग की लपटें उठ रही थी. यह देखकर वह शोर मचाते हुए घर के बाहर भाग गया. जबकि उसकी पत्नी एवं दोनों पोती आग से बचने के लिए पक्की कोठरी के अंदर रखी चौकी के नीचे घुस गई. आग की लपटें धीरे-धीरे तेज हो गया और दादी-पोती को अपने आगोश में ले लिया. जिससे तीनों की मौत हो गयी. वहीं बरामदे पर बंधी एक बकरी व उसका बच्चा भी आग की चपेट में आने से मौत हो गयी. सोमवार की सुबह तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मुंगेर सदर अस्पताल भेज दिया गया. इस घटना से गांव के लोग काफी मर्माहत हैं. ग्रामीणों की मानें तो रात में हवा चलने से बिजली की शार्ट सर्किट से उत्पन्न चिंगारी के कारण फुस की छप्पर में आग लगने से यह घटना घटी. जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि रात्रि में दीया व मोमबत्ती जलाया गया था उसी से यह घटना घटी. अधिकारियों ने पीड़ित को दिया आश्वासन सोमवार की सुबह घटनास्थल पर पहुंचे बीडीओ प्रेम प्रकाश, अंचल अधिकारी राजेश रंजन, थानाध्यक्ष सर्वजीत कुमार द्वारा स्थिति का जायजा लिया. घटनास्थल पर मौजूद मुखिया अंजली कुमारी के पति सोनू कुमार द्वारा तीनों मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत नौ हजार रुपये बाने मांझी को उपलब्ध कराया. बीडीओ ने कहा कि पारिवारिक लाभ योजना के तहत कमाऊ सदस्य की मृत्यु पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराया जायेगा. वहीं अंचल अधिकारी ने आश्वासन दिया कि सरकारी नियमानुसार आपदा प्रबंधन द्वारा चार-चार लाख रुपये मुआवजा उपलब्ध करायी जायेगी. इधर प्रखंड प्रमुख भुनेश्वर मांझी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गृह निर्माण के लिए तत्काल सहायता राशि उपलब्ध कराये जाने की मांग की.

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