साहिबगंज : राज्य के अंतिम छोर पर बसे साहिबगंज जिले में पुलिस पदाधिकारी की इन दिनों काफी कमी है. कई पुलिस पदाधिकारी अपने पद के अलावा भी पदभार संभालने को विवश हैं. नतीजा यह है कि एक अधिकारी का काम का बोझ सामान्य से ज्यादा बढ़ गया है. जिले भर में 13 थाने व छह पिकेट हैं. इसमें स्वीकृत पद के हिसाब के अनुसार किसी भी थाने में पुलिस पदाधिकारी या जवान मौजूद नहीं है. गौरतलब कि कम पुलिसकर्मी के बावजूद जिला पुलिस कई माह में लगातार अपराधियों को पकड़ने में सफलता हासिल कर रही है. बीते कुछ माह के अंतराल में जिले पुलिस में कम संसाधनों के बावजूद भी कई अपराधकर्मियों को गिरफ्तार कर कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया है. बताते चलें कि जिलेभर में 592 जवानों की स्वीकृति पद है. पर 460 पदस्थापित हैं. वही हवलदार के पद पर 141 लोगों की स्वीकृति है. पर 73 हवलदार पदस्थापित हैं. एसआइ की बात करें तो 130 स्वीकृत पद पर 86 एसआइ पदस्थापित हैं. एएसआइ के स्वीकृत पद 148 है, तो उनमें 109 एएसआइ पदस्थापित है. वहीं जिले भर में 14 चालकों की स्वीकृत पद दिये गये, जबकि नौ चालक पदस्थापित हैं. इसके अलावा थाना के सभी वाहनों में निजी चालक को बहाल किया गया है.
पुलिस उपाधीक्षक को राजमहल एसडीपीओ व जिला समादेष्टा का भी प्रभार
इधर, पुलिस अधिकारी के तीन बड़े पद रिक्त रहने के कारण प्रशासन व्यवस्था को संभालने व काम को अंजाम देने में अधिकारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. अप्रैल में हुए शहर की बड़ी घटनाओं में भी जिले के बाहर से पुलिस अधिकारियों को बुलाकर काम को सौंपा गया था. राजमहल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का पद तत्कालीन एसडीपीओ अरविंद सिंह के तबादले के बाद से खाली है, जिन्हें फिलहाल वरीय अधिकारियों के निर्देश पर बरहरवा एसडीपीओ प्रदीप उरांव को अतिरिक्त प्रभार दिया. इसके पूर्व भी एक पदाधिकारी को पदभार दिया गया था. इसके अलावा जिला समादेष्टा रक्षा वाहिनी के पद खाली थे. अतिरिक्त पदभार तत्कालीन डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी को सौंपा गया था. 31 जनवरी को यज्ञ नारायण तिवारी के सेवानिवृत्ति के बाद अब तक जिला मुख्यालय का पद रिक्त है, जिसे अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेंद्र दुबे को अतिरिक्त पदभार दिया गया है. इधर, जिला समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी का पदभार भी फिलहाल राजेंद्र दुबे संभाल रहे हैं. इस दौरान अचानक से बड़े अधिकारी की छुट्टी में जाने के बाद जिले का पदभार एक एसडीपीओ के कंधे पर आ जाता है.
पुलिसकर्मियों की कुछ कमी है, जिसको लेकर विभाग को इस मामले में पत्र लिखा गया है. कमी को पूरा करने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है. मौजूद संसाधन में कई बड़े मामलों का उद्भेदन किया गया है. कई अपराधियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत भी किया गया.
नौशाद आलम, एसपी, साहिबगंज
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