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Gorakhpur News: मनीष गुप्ता हत्याकांड के पांच आरोपित पुलिसकर्मी जमानत पर रिहा, गोरखपुर पुलिस लाइन में कराई आमद

मनीष हत्याकांड मामले में जमानत पर छूटे पांच आरोपी पुलिसकर्मियों ने गोरखपुर पुलिस लाइन में अपनी आमद (आने की सूचना) करा ली है. मनीष की पत्नी की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद कानपुर की एसआईटी टीम ने सभी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.

Gorakhpur News: मनीष हत्याकांड मामले में जमानत पर छूटे पांच आरोपी पुलिसकर्मियों ने गोरखपुर पुलिस लाइन में अपनी आमद (आने की सूचना) करा ली है. हत्या के आरोप लगने पर तत्कालीन एसएसपी विपिन टांडा ने सभी आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. मनीष की पत्नी की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद कानपुर की एसआईटी टीम ने सभी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसके बाद अब आरोपी जमानत पर रिहा हुए हैं

शुक्रवार की शाम को गोरखपुर पुलिस लाइन में कराई आमद

आरोपी पुलिसकर्मी 10 जनवरी 2023 को तिहाड़ जेल से रिहा हुए है, जिसके बाद पांचों आरोपियों ने शुक्रवार की शाम को गोरखपुर पुलिस लाइन पहुंचकर अपनी आमद कराई. आरोपियों में दरोगा अक्षय मिश्रा, राहुल दुबे, विजय यादव, मुख्य आरक्षी कमलेश यादव, प्रशांत कुमार का नाम शामिल है. इन सभी पुलिसकर्मियों पर होटल कृष्णा पैलेस में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप है.

कानपुर की SIT टीम ने किया गिरफ्तार

मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की तहरीर पर इन पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था. जिसके बाद पुलिस लाइन में आमद किए बिना ही सभी पुलिसकर्मी फरार हो गए थे, इसके बाद 28 सितंबर 2021 को तत्कालिक एसएसपी द्वारा इन्हें निलंबित किया गया था. बाद में कानपुर एसआईटी की टीम ने सभी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था

क्या था पूरा मामला

दरअसल, कानपुर के बर्रा इलाके में रहने वाले व्यापारी मनीष गुप्ता 27 सितंबर 2021 को अपने दो दोस्तों के साथ घूमने के लिए गोरखपुर गए हुए थे. वहां एक होटल में रुके हुए थे. 27 सितंबर की रात करीब बारह बजे पुलिस वाले चेकिंग के नाम पर होटल पहुंचे थे. जहां पर मनीष के दोस्तों ने दस्तावेज दिखा दिए, लेकिन मनीष सो रहे तभी उनसे बोला गया तो उन्होंने कहा कि ये समय किसी को नींद से उठाकर पूछताछ करने का नहीं है.

इस बात पर दारोगा जेएन सिंह भड़क गए और बोलने लगे कि, पुलिस को उसका काम बताने वाले कौन होते हो, जिसके बाद भड़के दरोगा और साथी पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता की जमकर पिटाई कर दी. मनीष को घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. मनीष की मौत के बाद 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था. पूरा मामला सीबीआई कोर्ट दिल्ली में चल रहा है.

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