नयी दिल्ली/इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर गीदड़भभकी देकर भारत को डराने की कोशिश की है. पड़ोसी मुल्क की सेना ने कहा है कि भारत को किसी तरह का दुस्साहस नहीं करना चाहिए और देश के परमाणु हथियारों का खास मकसद पूर्व से आने वाले किसी भी खतरे को नाकाम करना है.
पाकिस्तानी सेना की यह टिप्पणी भारतीय सेना के प्रमुख जनरल बिपिन रावत द्वारा हाल में की गयी उस टिप्पणी के बाद आयी है जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना पाकिस्तान के ‘‘परमाणु हथियारों के झांसे’ का जवाब देने के लिए और सरकार के कहने पर किसी भी अभियान के लिए सीमा पार करने को तैयार है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भारत को किसी तरह का दुस्साहस करने के खिलाफ आगाह किया. उन्होंने सरकारी चैनल पीटीवी से कहा, ‘‘यह उनको चुनना है। अगर वे हमारा संकल्प देखना चाहते हैं तो कोशिशें कर खुद देख लें.’ गफूर ने कहा कि पाकिस्तान के पास खासतौर पर पूर्व से आने वाले किसी भी खतरे से निपटने के लिए विश्वसनीय परमाणु क्षमता है.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘लेकिन हमें लगता है कि यह कोई विेकल्प नहीं है, बल्कि प्रतिरोधक क्षमता का हथियार है. उन्हें हमारी विश्वसनीय परमाणु हथियार प्रतिरोधक क्षमता रोक रही है क्योंकि दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध की गुंजाइश नहीं है.’
क्या कहा था सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि अगर सरकार कहे, तो सेना पाकिस्तान के परमाणु झांसों को धता बताने और किसी भी अभियान के लिए सीमापार करने को तैयार है. हम पाकिस्तान की परमाणु हथियारों की बातों को चुनौती देंगे. सेना प्रमुख ने कहा, कि अगर हमें वाकई पाकिस्तानियों का सामना करना पड़ा और हमें ऐसा काम दिया गया, तो हम यह नहीं कहेंगे कि हम सीमा पार नहीं कर सकते, क्योंकि उनके (पाकिस्तान) पास परमाणु हथियार हैं. हमें उनके परमाणु हथियारों की बातों को धता बताना होगा.’