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Aditya kumar
I adore to the field of mass communication and journalism. With two and half years of work experience, I have worked exclusively in Digital Media. Along with this, there is also experience of ground work for video section as a Reporter.
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लोकसभा चुनाव 2024
कभी संसद में बुलंद करते थे झारखंड की आवाज, आज चुनावी चौखट से बाहर...
Jharkhand MPs : एक वक्त के ऐसे राजनीतिक धुरंधर, जिनके बदौलत सरकारें बनती और बिगड़ती थी और जिन्हें झारखंड की राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता था. लेकिन आज वो तमाम नेता कहीं-न-कहीं सक्रिय राजनीति से दूर चले गए है. पेश है उनपर एक रिपोर्ट...
Prabhat Khabar Special
विक्रमशिला विश्वविद्यालय में ऐसे होती थी तंत्रयान की पढ़ाई, खिलजी की गलती से हुआ...
Vikramshila University: 'बख्तियार खिलजी ने हमला बोला और विक्रमशिला को जमींदोज कर दिया', विक्रमशिला विवि के विध्वंस का जब भी कारण पूछा जाता है तो यह बयान पढ़ने और सुनने को मिलता है. लेकिन इसके पीछे का असली कारण शायद कुछ और है. आइए जानते आई इतिहासकारों का क्या कहना है.
Prabhat Khabar Special
खिलजी के हकीम पड़ते थे नालंदा विश्वविद्यालय के वैद्य से कमजोर, क्या यही बना...
Nalanda University भारत की अमिट पहचान है. मेडिसिन, तर्कशास्त्र, गणित और खास तौर पर बौद्ध सिद्धांतों के बारे में लोग यहां ज्यादा पढ़ने और रिसर्च करने आते थे. इतनी ख्याति पाने वाले विवि को आखिर ध्वस्त क्यों किया गया. इस सवाल का जवाब खोजते हुए हमने इतिहास के कई जानकारों से बात की.
लोकसभा चुनाव 2024
अगर जीत गया NOTA तो, हार कर भी सांसद बन सकते हैं नेताजी
NOTA : क्या कोई उम्मीदवार चुनाव हारने के बाद भी जनप्रतिनिधि बन सकता है, अगर चुनाव में सभी उम्मीदवार के मुकाबले NOTA को अधिक वोट मिल जाता है तो क्या होगा? आइए, इन दो अहम सवालों पर चर्चा करते है और इसका जवाब तलाशते है...
Prabhat Khabar Special
झारखंड : दुमका में कमल और तीर-धनुष नहीं, आ-सार और उप़ल बाहा की है...
झारखंड के दुमका लोकसभा सीट पर कमल और तीर-कमान की नहीं बल्कि उप़ल बाहा और आ-सार की लड़ाई है. लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में पुंडरी और खेक्खा के बीच चुनावी दंगल और सिंहभूम लोकसभा सीट पर सलुकड्बा और सर-अ:सर के बीच रण होगा. लोकसभा चुनाव के दौरान अगर आपने यह शब्द पहली बार सुने है तो आइए समझते है क्या है इसका मतलब और महत्व
Prabhat Khabar Special
झारखंड के नागवंशी शाहदेवों का नया तीर्थ बनेगा गुजरात का कच्छ, जानिए क्यों है...
नागवंशियों का इतिहास काफी पुराना है. झारखंड समेत कई राज्यों में एक वक्त इनका शासन हुआ करता था. आज फिर एक बार नागवंशी चर्चा में है. कारण, गुजरात के कच्छ में मिला 15 मीटर लंबे सांप का जीवाश्म. इस मामले पर पेश है एक खास रिपोर्ट कि यह झारखंड के नागवंशियों के लिए कितनी बड़ी बात है...