दपू रेलवे को पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार मिला
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दपू रेलवे को पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार
दपू रेलवे को पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार मिला जमशेदपुर/चक्रधरपुर : वर्ष 2017 के लिये दक्षिण पूर्व रेलवे जोन को सभी रेलवे जोन में पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार और यातायात व माल परिवहन शिल्ड मिला है. इसे रेल मंत्री सुरेश प्रभु 23 अप्रैल को रायपुर में रेल सप्ताह राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के दौरान शील्ड […]
जमशेदपुर/चक्रधरपुर : वर्ष 2017 के लिये दक्षिण पूर्व रेलवे जोन को सभी रेलवे जोन में पंडित गोविंद बल्लभ पंत पुरस्कार और यातायात व माल परिवहन शिल्ड मिला है. इसे रेल मंत्री सुरेश प्रभु 23 अप्रैल को रायपुर में रेल सप्ताह राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह के दौरान शील्ड दक्षिण पूर्व रेलवे को सौंपेंगे. यह बातें चक्रधरपुर रेल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक अनुप कुमार हेम्ब्रम ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही. एडीआरएम श्री हेम्ब्रम ने कहा कि भारतीय रेल के सभी जोनों में बेहतर प्रदर्शन के लिये मिलने वाला पुरस्कार दक्षिण पूर्व रेलवे को पहली बार मिला है. स्वर्गीय पंडित गोविंद वल्लभ पंत की याद में शुरु किया गया है.
यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष उस रेलवे जोन को दिया जाता है जिसका प्रदर्शन सबसे बेहतर होता है. माल-लदान, राजस्व व आमदनी, माल परिवहन, ट्रेनों की समय पाबंद, यात्री परिवहन, ऊर्जा की खपत, परिचालन अनुपात, ट्रैक नवीकरण की प्रगति, टिकट चेकिंग, रेल
परियोजनाओं का समयबद्ध तरीके आदि के मानकों के आधार पर इस पुरस्कार के लिए चयन किया जाता है. इन मानकों को पूरा करने में दपू रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल की महत्वपूर्ण भूमिका रही. चक्रधरपुर रेल मंडल ने वर्ष 2016-17 में 100 मिलियन टन से अधिक रिकॉड तोड़ माल लदान कर भारतीय रेल में नया कीर्तिमान स्थापित किया. वर्ष 2016-17 में चक्रधरपुर रेल मंडल ने 109.59 मिलियन टन माल लदान किया. जोकि बीते वर्ष 2015-16 के 96.84 मिलियन टन की अपेक्षा 12.75 मिलियन टन यानि 13.18 प्रतिशत अधिक है. बीतें वर्ष की तुलना में सीकेपी मंडल ने 7012.90 करोड़ रुपये की जगह कुल 7929.67 करोड़ रुपये राजस्व अर्जित किया है.
यह बीते वर्ष की तुलना में 916.77 करोड़ रुपये (13.07 प्रतिशत) अधिक है. चक्रधरपुर रेल मंडल ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के दौरान यात्रियों को ढोने और कमाई के मामले में उल्लेखनय सफलता हासिल की है. रेल मंडल ने वर्ष2015-16 में 251.62 लाख यात्रियों की तुलना में वित्तीय वर्ष 2016-17 में 256.61 लाख यात्रियों को सफर कराया. इससे 2016-17 में चक्रधरपुर रेल मंडल को 327.15 करोड़ रुपये की कमाई हुयी, जो 2015-16 में 307.02 करोड़ रुपये थी.
आधारभूत संरचना निर्माण में चक्रधरपुर रेल मंडल ने वर्ष 2016-17 के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर एक रिकॉर्ड बनाया है. इसमें नयी रेल लाइनों का निर्माण शामिल है. रेल यात्रियों को सुरक्षित और आराम दायक सफर बहाल करने के लिये रेलवे की ओर से अनेक सेवाऐं आरंभ की गयी है. इनमें नई ट्रेन, रेल सेवाओं का विस्तार अंत्योदय एक्सप्रेस, टाटा में वाई-फाई, टाटा, राउरकेला व झारसुगड़ा में फूड प्लाजा, टाटा में दिव्यांग शौचालय, स्टेशनों में बेबी फूड, हॉट वाटर व मिल्क व्यवस्था, पीआरएस में पीओएस मशीन से कैशलेस लेनदेन,वाटर वेंडिंग मशीन, बर्थ डिस्प्ले बोर्ड लगाने आदि शामिल है. मौके पर रेल मंडल के वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक सह जनसंपर्क अधिकारी सत्यम प्रकाश मौजूद थे. इस दौरान बेटिकट यात्रियों को पकड कर 700.96 लाख रुपया भी वसूल किये है.
चालू वित्तीय वर्ष में 45 समपार फाटक हटेंगे
वर्ष 2016-17 में कुल 50 समपार फाटक हटाये गये. इन स्थानों पर 12 एलएचएस लो हाईट सब-वे का निर्माण किया जा सका है. जबकि 13 एलएचएस का कार्य प्रगति पर है. चालू वित्तीय वर्ष 2017-18 व 19 में चक्रधरपुर रेल मंडल के व्यस्तम रेल मार्गों पर कुल 73 समपार फाटकों को हटाया जायेगा. चालू वित्तीय वर्ष में 45 समपार फाटकों को हटाने और एलएचएस बनाये जाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा गया है. रेल समपारों को हटाने और एलएचएस के निर्माण की स्वीकृति झारखंड व ओड़िशा सरकार से मिली है. इस लिमिट हाईट सब-वे के निर्माण से एक तरफ रेल संरक्षा एवं समय पालन में सुधार होगा, वहीं दूसरी तरफ सामान्य सड़क उपयोगकर्त्तओं को लेवल क्रोसिंग पर लगने वाले जामों से निजात मिलेगी और उनके बहुमूल्य समय की बचत होगी.
एफओबी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू
चक्रधरपुर और टाटा नगर रेलवे स्टेशन में फुट ओवर ब्रिज का काम होगा. जून तक चक्रधरपुर एफओबी का काम शुरु कर दिया जायेगा. इससे चक्रधरपुर के यात्रियों को प्लेटफार्म बदलने में होने वाली परेशानी से निजात मिलेगी. इसको लेकर टेंडर प्रक्रिया चल रही. टेंडर प्रक्रिया पूरा होने के बाद कार्य को तेजी से शुरू कर दिया जायेगा.
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