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विनय तमांग बने लालकोठी के बॉस
दार्जिलिंग: गोजुममो के बागी नेता विनय तमांग जीटीए प्रशासनिक भवन लालकोठी के नया बॉस बन गये हैं. उन्हें राज्य सरकार ने जीटीए संचालन बोर्ड का चेयरमैन बनाया है. उसके बाद उन्होंने सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच लालकोठी जाकर अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री तमांग ने भ्रष्टाचार मुक्त […]
दार्जिलिंग: गोजुममो के बागी नेता विनय तमांग जीटीए प्रशासनिक भवन लालकोठी के नया बॉस बन गये हैं. उन्हें राज्य सरकार ने जीटीए संचालन बोर्ड का चेयरमैन बनाया है. उसके बाद उन्होंने सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच लालकोठी जाकर अपना पदभार ग्रहण कर लिया है.
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री तमांग ने भ्रष्टाचार मुक्त बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन संचालन करने की बात कही है. आज सुबह करीब 10 विनय तमांग कार्यभार संचालन करने के लिये जीटीए मुख्यालय लाल कोठी पहुंचे. उस वक्त विनय तमांग के समर्थक, पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों की भारी उपस्थिति रही. श्री तमांग ने लाल कोठी परिसर में अवस्थित अरी बहादुर गुरुंग की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर प्रार्थना किया. इसके बाद तमांग लाल कोठी में प्रवेश कर गये. उस वक्त जीटीए के मुख्य सचिव बरूण राय सहित अन्य अधिकारियों ने खादा पहनाकर उनका स्वागत किया.
विगत 2011 में जीटीए के दस्तावेज पर समझौता हुआ था और 2012 में चुनाव के जरिये जीटीए बोर्ड का गठन हुआ था और निर्वाचित सदस्यों ने करीब पांच साल के आसपास तक जीटीए सभा का संचालन किया था.
पिछले जुलाई महीने में जीटीए सभा का कार्यकाल पूरा हुआ. निर्वाचित जीटीए सदस्यों के कार्यभार पूरा होने के बाद सरकार ने पिछले 20 सितंबर को जीटीए की बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन का गठन किया है. 9 सदस्यों वाले बोर्ड में विनय तमांग को चेयरमैन, अनित थापा को वाइस चेयरमैन और एलबी राई आदि को सदस्य बनाया गया है.
मन और राई नहीं आये
आज की सभा में मन घीसिंग और दार्जिलिंग विधायक अमर सिंह राई उपस्थित नहीं हुए. चेयरमैन श्री तमांग ने जीटीए सभा की मुख्य सचिव बरूण राय सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए श्री तमांग ने कहा कि आज की बैठक में मन घीसिंग और अमर सिंह राई उपस्थित नहीं थे,लेकिन मुझे उम्मीद है कि दशहरा के बाद ये लोग भी अपना कार्यभार संभाल लेंगे. बोर्ड अभी नयी कार्य योजनाओं पर काम नहीं करेगा, पुरानी कार्य योजनाओं को पूरा किया जायेगा. बोर्ड पहाड़ की पेयजल की समस्या समाधान हेतु काम करेगा. शिक्षा व्यवस्था में सुधार करने का काम करेगी. स्वास्थ्य विषय पर काम करेगी और दार्जिलिंग पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने पर काम किया जायेगा.
पहले के काम की जिम्मेदारी नहीं
श्री तमांग ने यह भी कहा कि कल 24 सितंबर तक जो भी कार्य हुआ, उस रुपये का हिसाब का जिम्मा मैं नहीं लूंगा. लेकिन आज से मैंने चेयरमैन का कार्यभार संभाला है और आज से हमारी जिम्मेदारी बनती है. जीटीए बोर्ड एडवाइजरी कमेटी के जरिये काम करेगा. बोर्ड ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा एडवाइजरी कमेटी का गठन शीघ्र करने की बात कही. आंदोलन के सौ दिन के अंदर जीटीए की संपत्ति का जो नुकसान हुआ है,उसका आंकलन करन का निर्देश अधिकारियों को दिया गया है. 10 अक्तूबर तक अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपने का उन्होंने निर्देश दिया है.
प्रशासन ने किया हालात सुधरने का दावा: उधर, प्रशासन ने सोमवार को दावा किया कि दार्जिलिंग और कालिम्पोंग की स्थिति में काफी सुधार हुआ हैं. दोनों जिलों में दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और चाय बागान खुल गये हैं. एडीजी (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, सुधरते हालात को देखते हुए राज्य प्रशासन ने दार्जिलिंग और कालिम्पोंग जिलों में इंटरनेट के इस्तेमाल पर लगी रोक हटा लेने का फैसला लिया है. यह रोक 18 जून को लगी थी. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा इंटरनेट सेवाओं की बहाली की बार बार मांग कर चुका है.
दार्जिलिंग में कुछ दुकानें खुली रहीं
गोजमुमो द्वारा आहूत बेमियादी पहाड़ बंद के दौरान सोमवार को भी दार्जिलिंग में कुछ दुकानें खुली रहीं. जो दुकानें बंद थीं उसको खुलवाने की कोशिश पुलिस द्वारा की जा रही थी. पुलिस की ओर से दुकानों को खोलने को लेकर माइकिंग भी करायी गयी.
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