समुद्र तट के व्यवसायियों के मुताबिक उनके लिए यह भीड़ अप्रत्याशित थी. दीघा-शंकरपुर होटलियर्स एसोसिएशन के सचिव विप्रदार चक्रवर्ती ने कहा कि मोरचे के सौजन्य से भीड़ दोगुनी हुई है. हम सभी खुश हैं. महानगर से सपरिवार दीघा पहुंचे स्कूल शिक्षक सूरज हाल्दर ने बताया कि पिछले वर्ष भी वे दीघा आये थे. इस बार पहाड़ पर जाने की योजना थी.
दार्जीलिंग के होटल में बुकिंग भी कर ली गयी थी, लेकिन पहाड़ पर मोरचा के आंदोलन के चलते उन्हें अपनी योजना बदलनी पड़ी और बाध्य होकर वे यहां आये. उनकी तरह ही बड़ी तादाद में ऐसे पर्यटक हैं जो पहाड़ जाना चाहते थे लेकिन आंदोलन की वजह से दीघा पहुंचे हैं. शुक्रवार शाम से ही दीघा में भीड़ उमड़नी शुरू हो गयी. रविवार को भी बड़ी तादाद में पर्यटकों के पहुंचने की बात है. भीड़ की वजह से होटलों में रूम मिलने में भी दिक्कत हो रही है.