सरायकेला : स्क्रैप वाहनों का नंबर चोरी व लूट के वाहन में लगाकर बेच देते थे
सरायकेला : एनएच में वाहन लूटने वाले तीन आरोपियों को जिला पुलिस ने गिरफ्तार किया है. हालांकि गिरोह का मुख्य सरगना अब भी फरार है. इसकी जानकारी सरायकेला थाना में गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसपी राकेश बंसल ने दी. एसपी ने बताया कि एनएच-33 पर बीते एक वर्ष से वाहन लूट के मामले आ रहे थे. पिछले वर्ष मोबाइल लदा पिकअप वैन व इस वर्ष फरवरी में चांडिल एनएच से एक पिकअप वैन इस गिरोह ने लूटा था. लूट की बोलेरो में ट्रैक्टर का नंबर लगा चलाते थे अपराधी :
एसपी ने कहा कि इस दौरान आरआइटी थानांतर्गत लाहरबेड़ा गांव में स्पेयर पार्ट्स की फैक्टरी को सील किया गया है. घटना में प्रयुक्त बोलेरो (जेएच05डी3313) भी बरामद किया है. उक्त बोलेरो भी लूट की है. उसपर ट्रैक्टर का नंबर लगाकर घटना को अंजाम दिया जा रहा था. एसपी ने बताया कि पुलिस ने फैक्टरी से विभिन्न गाड़ियों के पार्ट्स, एक 15 एचपी का जेनरेटर, गैस कटर, वेल्डिंग मशीन सहित अन्य सामान बरामद किया है. छापामारी दल में चांडिल थाना प्रभारी आदिकांत महतो, सअनि अरुण कुमार वर्मा, बालेश्वर पासवान, प्रमोद कुमार सिंह, सच्चिदानंद तिवारी, हुबलाल महतो, महेंद्र सिंह सहित अन्य शामिल थे. वाहन लूट गिरोह के गिरफ्तार आरोपी : सूरज साह (जमशेदपुर के भालुबासा निवासी) को साकची मछली मार्केट से, जयंतो डे (नारायणपुर थाना सरायकेला निवासी) को बांकुडा से, संजय दास (आदरडीह थाना निवासी) को नीमडीह से गिरफ्तार किया गया.
बरामद वाहन व सामान : एक बोलेरो (जेएच06डी3313), एक टीवीएस बाइक (जेएच05एए5326) (इसमें टाटा एस का नंबर लगा था), लूटे गये वाहनों का पार्ट्स, वेल्डिंग मशीन, एक गैस कटर, एक सिलिंडर, दो बोलेरो की चाबी, दो बोलेरो की स्टीयरिंग (लॉक काट कर निकाला हुआ), बोलेरो पिकअप वैन (जेएच02एजे8715) का कागजात, एक आइटेल मोबाइल आदि.
मुख्य सरगना का साकची में रेस्टोरेंट : गिरोह के मुख्य सरगना का साकची (जमशेदपुर) में एक रेस्टोरेंट है. गिरोह कई साल से चल रहा था. एसपी ने कहा कि मुख्य आरोपी जल्द पुलिस की गिरफ्त में होगा. एसपी ने बताया कि फैक्टरी के चौकीदार से लेकर सभी कर्मियों का अपराध से नाता रहा है.
चोरी के वाहनों का करते थे मॉडिफाइ: एसपी ने बताया कि गिरोह एनएच 33 पर वाहन लूट के पश्चात सीधे फैक्टरी लाते थे. यहां चोरी के वाहन को मॉडिफाइ करते थे. इंश्योरेंस के वाहनों (जो स्क्रैप हो जाता था) को कागजात के साथ स्क्रैप व्यवसायी से ले लेते थे. इसके पश्चात चोरी के वाहन में स्क्रैप वाहन नंबर इंस्टॉल कर मॉडिफाइ कर देते थे. झारखंड व बिहार में ओरिजिनल बता बेच देते थे.
गिरोह में पांच लोग थे. इनमें से तीन की गिरफ्तारी हो गयी है. बाकी दो को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
राकेश बंसल, एसपी, सरायकेला-खरसावां
सुनियोजित थी शोभापुर और नागाडीह की घटना : आयुक्त