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78 नामजद व 500 से अधिक पर प्राथमिकी

पुलिस भी भांप चुकी थी मूड,खुफिया विंग से मिल रहा था इनपुट बिहारशरीफ. सोमवार को सोगरा कॉलेज के पास इंसाफ मंच के बैनर तले शहर में निकाले जा रहे जुलूस के दौरान घटी हिंसक झड़प के मामले में बिहारशरीफ सीओ सुनील कुमार वर्मा ने लहेरी थाने में 78 नामजद व 500 से अधिक अज्ञात पर […]

पुलिस भी भांप चुकी थी मूड,खुफिया विंग से मिल रहा था इनपुट
बिहारशरीफ. सोमवार को सोगरा कॉलेज के पास इंसाफ मंच के बैनर तले शहर में निकाले जा रहे जुलूस के दौरान घटी हिंसक झड़प के मामले में बिहारशरीफ सीओ सुनील कुमार वर्मा ने लहेरी थाने में 78 नामजद व 500 से अधिक अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराया है. उक्त बातों की आधिकारिक पुष्टि नालंदा के पुलिस अधीक्षक कुमार आशिष ने की है. एसपी ने बताया कि इस मामले में सीओ द्वारा आर्म्स व विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है. एसपी ने बताया कि घटना के बाद नालंदा पुलिस द्वारा उपद्रवियों की गिरफ्तारी को लेकर सोमवार की पूरी रात शहर के कई स्थानों पर छापेमारी की गयी है.
छापेमारी के दौरान कई उपद्रवियों की गिरफ्तारी की गयी है. दर्ज प्राथमिकी में बताया गया है कि अमन मार्च में शामिल असामाजिक तत्वों द्वारा सोमवार को सोगरा कॉलेज के पास पुलिस के साथ हिंसक झड़प के दौरान रोड़ेबाजी व गोलीबारी की हिंसक वारदात को अंजाम दिया गया. भीड़ में शामिल असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस पार्टी को नुकसान पहुंचान के उद्देश्य से बम भी फोड़े गये थे.हिंसक झड़प के दौरान उपद्रवियों द्वारा की गयी रोड़ेबाजी के दौरान कई पुलिस कर्मी को गंभीर चोटें आयी थीं.
एक प्रश्न का जवाब देते हुए एसपी ने बताया कि इस मामले में दोषी कई लोगों को पुलिस द्वारा चिन्हित करने का काम पूरा कर लिया गया है.उनकी गिरफ्तारी को लेकर तीन विशेष रेडिंग टीम का गठन किया गया है.छापेमारी दल का नेतृत्व पुलिस के वरीय अधिकारी कर रहे हैं.फिलहाल गिरफ्तार सभी 40 उपद्रवियों को जेल भेज दिया गया है.एसपी ने बताया कि इस मामले के सभी दोषी हर हाल में गिरफ्तार किये जायेंगे.घटना के बाद शहर के सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील स्थानों की सुरक्षा-व्यवस्था सख्त कर दी गयी है. खुफिया विंग को भी एक्टिव किया गया है.सभी स्थानों पर हथियारबंद सुरक्षा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है.पुलिस द्वारा उपद्रवियों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की जा रही है.
यहां बता दें कि सोमवार को इंसाफ मंच के बैनर तले शहर में निकाले जा रहे जुलूस का आदेश जिला प्रशासन से नहीं मिलने से जुलूस में शामिल भीड़ द्वारा उग्रता का परिचय देते हुए पुलिस पर हमला बोल दिया गया था.भीड़ द्वारा मौके पर बम व फायरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया था.बिहारशरीफ एसडीओ सुधीर कुमार ने बताया कि इंसाफ मंच नालंदा के नाम से अनुमंडलाधिकारी कार्यालय में शहर में जुलूस निकालने को लेकर दिये गये आवेदन की जांच जब करायी गयी तो इंसाफ मंच नालंदा नाम के किसी संस्था की जानकारी स्पष्ट नहीं हो सकी.स्थिति स्पष्ट नहीं होने की स्थिति में इंसाफ मंच को शहर में जुलूस नहीं निकालने का आदेश दिया गया.
अमन मार्च में पूरी तैयारी से जुटे थे उपद्रवी: सीओ द्वारा दर्ज करायी गयी प्राथमिकी इस बात के गवाह हैं कि अमन मार्च में शामिल उपद्रवी पूरी तैयारी से जुटे थे. उपद्रवी अपने साथ हथियार व विस्फोटक सामग्री साथ लाये थे. बिहारशरीफ सीओ सुनील कुमार वर्मा ने दर्ज प्राथमिकी में उक्त बातों की चर्चा प्राथमिकता के आधार पर किया है.
पुलिस के साथ हिंसक झड़प के दौरान जुलूस में शामिल असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस को भयभीत करने के लिए मौके पर गोलियां चलायी थी. रोड़ेबाजी करते हुए बम भी फोड़े थे. सीओ ने इस बयान के बाद लहेरी थाना पुलिस ने कांड में आर्म्स व विस्फोटक अधिनियमों का प्रयोग करते हुए 78 नामजद व 500 से अधिक अज्ञात के विरूद्ध कांड दर्ज कर लिया है.नालंदा के पुलिस अधीक्षक कुमार आशिष ने कहा है कि उपद्रवियों की मंशा पुलिस भांप चुकी थी. उनसे निबटने को लेकर पुलिस पूरी तरह मुश्तैद थी. सोमवार की सुबह लहेरी थाना क्षेत्र के सोगरा कॉलेज के पास इंसाफ मंच नालंदा के बैनर तले अमन मार्च निकालने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस अधिकारियों का कहना था कि जब जुलूस से संबंधित आदेश जिला प्रशासन से नहीं मिला है,तो आखिर कैसे जुलूस की तैयारी इंसाफ मंच नालंदा द्वारा किया गया.
मौके पर पहुंचे पुलिस के वरीय अधिकारी इस बाबत जुलूस में शामिल लोगों से बात कर रहे थे. इसी बीच जुलूस में शामिल लोग हिंसक हो गये. हालांकि जुलूस में शामिल लोगों का आरोप था कि पुलिस शांति पूर्वक बात नहीं कर रही थी. वहीं पुलिस का तर्क था कि जब जुलूस को लेकर आदेश मिला ही नहीं है तो जुलूस की तैयारी किन तत्वों द्वारा की गयी.बगैर जिला प्रशासन के आदेश के शहर में जबरदस्ती जुलूस निकालने पर उतारू इंसाफ मंच नालंदा के कार्यकर्ताओं का मूड पुलिस भांप चुकी थी. पुलिस को यह पूरा अंदेशा था कि जुलूस के नाम पर शहर की विधि-व्यवस्था को बिगाड़ा जा सकता है.
जुलूस में शामिल कुछ चेहरे पुलिस को अनहोनी के संकेत दे रहे थे. भीड़ द्वारा पुलिस अचानक हमला बोल दिया गया. सोगरा कॉलेज से लेकर कोलकाता बस स्टैंड का पूरा इलाका अचानक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. स्थिति तब और विस्फोटक हो गयी,जब भीड़ में शामिल अमन के दुश्मन फायरिंग करते हुए पुलिस बल पर बम फेंकने लगे.इधर घटना के दौरान खुफिया विंग पूरी तरह एक्टिव होते हुए पल-पल की जानकारी अपने वरीय पुलिस अधिकारियों को मुहैया करा रहा था.
खुफिया विभाग से मिल रहे इनपुट के आधार पर नालंदा के पुलिस अधीक्षक कुमार आशिष तत्काल शहर के सभी संवेदनशील व अतिसंवेदनशील स्थानों को चिह्नित करते हुए 20-20 की संख्या में हथियारबंद पुलिसकर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर दी. एसपी ने बताया कि घटना के दूसरे दिन 25 लोगों को नालंदा पुलिस ने पीआर बांड पर रिहा कर दिया है. सोमवार को घटना के दौरान पुलिस द्वारा कुछ छात्रों को हिरासत में ले लिया था, जिसे बाद में शिनाख्त के बाद रिहा कर दिया गया.
पुलिस लाइन में लगी परिजनों की भीड़
मंगलवार की संध्या स्थानीय पुलिस लाइन में हिरासत में लिये गये लोगों की परिजनों की भीड़ जुटी रही. संबंधित लोग अपनों की रिहाई के लिए पुलिस के समझ अपनी सफाई देते रहे. परिजनों का आरोप था कि पुलिस उनके बच्चों को बगैर कोई कसूर के गिरफ्तार कर ली है. हालांकि पुलिस द्वारा 25 लोगों को पीआर बांड भरवाकर रिहा कर दिया.पुलिस द्वारा शहर की सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गयी है.

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