बर्लिन : जर्मनी की राजधानी बर्लिन में एक शख्स क्रिसमस बाजार में ट्रक लेकर घुसा और दर्जनों लोगों को रौंद दिया. यह उस वक्त हुआ, जब लोग क्रिसमस की खरीददारी में व्यस्त थे. इस हादसे में 12 लोगों के मारे जाने और करीब 50 लोगों के घायल होने की खबर है. पुलिस ने इस घटना को संदिग्ध आतंकवादी हमला बताया है. वाहन कल एक प्रसिद्ध चौराहे के पास भीड़ से गुलजार एक क्रिसमस बाजार में घुस गया. इसके बाद एंबुलेंस एवं भारी हथियारों से लैस पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. इस भयावह घटना ने फ्रांस के नीस में जुलाई में हुए ट्रक हमले की याद ताजा कर दी. जर्मनी के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारीनेसंदेह जताया है किहमलेमें पाकिस्तान से आये संदिग्ध की भूमिका हो सकती है.
हालांकि इससे पहले गृह मंत्री थॉमस दे मेजिएरे ने सरकारी टेलीविजन चैनल से कहा, ‘‘मैं फिलहाल ‘हमला’ शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहता लेकिन कई चीजें इस ओर इशारा कर रही हैं.’ पुलिस ने कहा कि क्रिसमस से एक सप्ताह से भी कम समय पहले हुई इस घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है और 48 अन्य घायल हुए हैं. आस्ट्रेलियाई प्रत्यक्षदर्शी तृषा ओ’नील ने आस्ट्रेलियाई प्रसारण निगम को बताया कि जब ट्रक भीड भरे बाजार में घुसा तो उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही मीटर की दूरी पर थी. उसने कहा, ‘‘मैंने तेज गति से आते बडे काले ट्रक को देखा जिसने बाजार में घुसकर कई लोगों को रौंद दिया और तभी लाइटें बंद हो गईं तथा सबकुछ नष्ट हो गया.’
ओ’नील ने कहा, ‘‘ मैं चीखने- चिल्लाने की आवाज सुन सकती थी और हम सभी सहम गए। इसके बाद लोग अन्य लोगों की मदद करने में जुट गए.’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी जगह खून एवं शव पडे थे.’ जर्मन पुलिस की एक प्रवक्ता ने बताया कि ट्रक चला रहे व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है. डीपीए संवाद समिति ने सुरक्षा सूत्रों के हवाले से बताया कि चालक अफगानिस्तान या पाकिस्तान से आया शरणार्थी था. वह फरवरी में जर्मनी आया था. समाचार पत्र तागेसपीगल ने बताया कि इस व्यक्ति का पुलिस रिकॉर्ड है लेकिन यह रिकार्ड छोटे मोटे अपराधों से संबंधित है, आतंकवाद से नहीं. लॉरी के मालिक ने चालक के लापता होने की पुष्टि की है. लॉरी का मालिक पोलैंड का नागरिक है. पर्यटक कंपनी के मालिक एरियल जुरावस्की ने कहा, ‘‘हमें आज दोपहर बाद से उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिली है. हमें नहीं पता कि उसे क्या हुआ. वह मेरा रिश्ते का भाई है, मैं उसे बचपन से जानता हूं। मैं उसकी जिम्मेदारी ले सकता हूं.’ जर्मनी के प्राधिकारियों ने कहा कि शहर में ब्रीतशीदप्लात्ज में जहां संदिग्ध हमला हुआ, उसके पास ‘‘और खतरनाक स्थिति’ का कोई संकेत नहीं है.
एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह आतंकवादी हमला था या नहीं लेकिन हम फिलहाल यह नहीं जानते कि इस घटना का कारण क्या है.’ चांसलर एंजेला मर्केल ने इस त्रासदी पर तत्काल प्रतिक्रिया दी। उनके प्रवक्ता स्टीफन सीबर्ट ने ट्वीट किया, ‘‘लोगों की मौत पर हम शोक प्रकट करते हैं और उम्मीद करते हैं कि कई घायलों को मदद मुहैया कराई जा सकती है.’ जर्मनी के शहरों एवं कस्बों में पारंपरिक क्रिसमस बाजार लोकप्रिय हैं और सुरक्षा सेवाएं अक्सर चेतावनी देती हैं कि इन स्थलों पर हमले होने का खतरा होता है.
अमेरिकी पर्यटक कैथी फोर्ब्स ने कहा, ‘‘यह भयावह है. हम क्रिसमस के लिए बर्लिन आए थे। हमने सोचा था कि यह जगह पेरिस की तुलना में सुरक्षित होगी।’ यह त्रासदी कैसर विल्हेम मेमोरियल चर्च के पास हुई. द्वितीय विश्व युद्ध में बमबारी में इस चर्च को हुए नुकसान के बाद इसे संरक्षित रखा गया है ताकि यह भावी पीढियों को युद्ध से होने वाले विनाश की याद दिलाता रहे. पुलिस ने कहा कि ट्रक क्रिसमस बाजार में 80 मीटर अंदर तक घुसने के बाद रुका.
पेरिस एवं ब्रसेल्स में हुए आतंकवादी हमलों के कारण वर्ष 2016 में अधिकांश समय यूरोप में हाई अलर्ट रहा है. जर्मनी में भी कई हमले हुए हैं जिनकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली है या शरणार्थियों ने इन्हें अंजाम दिया है. बर्लिन में हुई इस त्रासदीपूर्ण घटना के मद्देनजर फ्रांस ने अपने क्रिसमस बाजारों में सुरक्षा कडी कर दी है फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा, ‘‘पूरा यूरोप जिस त्रासदी का सामना कर रहा है, उसे लेकर फ्रांस जर्मनी के दु:ख में उसके साथ है.’ अमेरिका ने इसे स्पष्ट रुप से ‘‘आतंकवादी हमला’ करार दिया. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जर्मनी की राजधानी में ईसाइयों की ‘‘हत्या’ के लिए ‘‘इस्लामी आतंकवाद’ को जिम्मेदार बताया.