अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के अमरीका में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने वाले बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है.
बराक ओबामा ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अमरीका में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक की जो बात की है "वैसा अमरीका हम नहीं चाहते."
उन्होंने कहा कि मुस्लिमों-अमरीकियों के साथ अलग तरह का व्यवहार करने से पश्चिम और मुस्लिम जगत के बीच की खाई और बढ़ाेगी और इससे देश की सुरक्षा को धक्का पहुंचेगा.
सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने उन सभी देशों के लोगों के अमरीका में आने पर पाबंदी लगाने की बात कही थी जिनका इतिहास अमरीका के खिलाफ़ आतंकवाद का रहा है.
ट्रंप ने कहा कि ऑरलैंडो नाइट क्लब में हुई जानलेवा गोलीबारी इस तरह की कार्रवाई को उचित ठहराती है.
न्यूहैम्पशायर में ट्रंप ने कहा था कि अमरीकी आप्रवासन प्रणाली बेकार है, इसी की वजह से ऑरलैंडो में गोलीबारी करने वाले हमलावर के परिवार को अफ़ग़ानिस्तान से अमरीका आने की इज़ाजत मिली.
रविवार को अफ़ग़ान मूल के अमरीकी नागरिक मतीन ने गे नाइट क्लब में अंधाधुंध गोलीबारी की थी. इस हमले में उसके समेत 50 लोग मारे गए थे.
ओबामा ने कहा कि हाल का आतंकवादी हमला करने वाले अमरीका में पैदा हुए थे, वैसे ही जैसे ट्रंप.
उन्होंने ट्रंप के उस सुझाव को भी नकार दिया कि उन्होंने कट्टर इस्लामी आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है इसलिए वो पद छोड़ दें.
उनका कहना था कि धार्मिक स्वतंत्रता अमरीकी संविधान का अहम हिस्सा है और मज़हब के आधार पर लोगों को तौला जाना इसके ख़िलाफ़ होगा.
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