सोल: उत्तर कोरिया ने प्रतिबंध की परवाह किए बगैर रविवार को अपने लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण कर दिया. उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अनदेखी की है जिसके दूरगामी परिणाम उसे भुगतने पड़्र सकते हैं. दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय ने इस संबध में जानकारी देते हुए कहा कि उपग्रह धारक रॉकेट ने प्योंगयांग समय सुबह 9 बजे के आसपास पर उड़ान भरी.
चीन ने आज उत्तर कोरिया के लंबी दूरी के रॉकेट प्रक्षेपण पर ‘‘खेद व्यक्त किया”. चीन की टिप्पणी प्योंगयांग के यह कहे जाने के बाद आई कि उसने कक्षा में सफलतापूर्वक एक उपग्रह स्थापित किया है. चीन उत्तर कोरिया का एकमात्र बडा सहयोगी और व्यापार साझेदार है, लेकिन प्योंगयांग के परमाणु कार्यक्रम को लेकर हाल के वर्षों में दोनों के बीच संबंध बाधित हुए हैं.
उत्तर कोरिया ने अंतरराष्ट्रीय चेतावनियों को दरकिनार करते हुए लंबी दूरी के रॉकेट का प्रक्षेपण किया और इसे संयुक्त राष्ट्र समेत विभिन्न देशों ने रॉकेट परीक्षण की आड में किया गया मिसाइल परीक्षण करार दिया है, जो कि अमेरिका तक वार करने की क्षमता रखता है.
दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने इस प्रक्षेपण की पुष्टि आज सुबह आठ दिवसीय प्रक्षेपण अवधि की शुरुआत के दो घंटे बाद की. इससे पहले पिछले माह उत्तर कोरिया न हाइड्रोजन बम के परीक्षण का दावा किया था. मौजूदा परीक्षण को वाशिंगटन और उसके सहयोगी देश एक अन्य उकसावे के रुप में लेंगे और इसके चलते संयुक्त राष्ट्र की ओर से उत्तर कोरिया पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं. इस बीच एएफपी की एक खबर के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र से जुडे राजनयिकों ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया द्वारा किए गए लंबी दूरी के रॉकेट के प्रक्षेपण के मुद्दे पर आज न्यू यॉर्क में आपात बैठक करेगी.
बंद कमरे में होने वाली इन वार्ताओं के लिए अनुरोध दक्षिण कोरिया और परिषद के सदस्यों जापान एवं अमेरिका की ओर से किया गया है. जापान और अमेरिका ने इस प्रक्षेपण को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करार दिया है.
उत्तर कोरिया के रॉकेट प्रक्षेपण की अमेरिका और जापान ने की निंदा
अमेरिका ने उत्तर कोरिया द्वारा किए गए लंबी दूरी के रॉकेट के प्रक्षेपण को ‘‘अस्थिरताकारक और उकसाने वाला’ करार दिया है, वहीं जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस प्रक्षेपण की निंदा करते हुए इसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है. व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकाहार सुसैन राइस ने एक बयान में कहा, ‘‘उत्तर कोरिया के मिसाइल एवं परमाणु हथियार कार्यक्रम हमारे करीबी सहयोगियों की सुरक्षा सहित हमारे हितों पर गंभीर खतरा पैदा करते हैं और व्यापक क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को कमजोर करते हैं.’ तोक्यो से मिली खबर के अनुसार, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने संवाददाताओं से कहा कि यह प्रक्षेपण ‘‘बेहद असहनीय’ है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की ओर से लगातार विरोध के बावजूद किए गए इस प्रक्षेपण को आबे ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का ‘‘स्पष्ट उल्लंघन’ करार दिया है.
क्या कहा चीन ने
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग के हवाले से मंत्रालय की वेबसाइट पर कहा गया, ‘‘अंतरराष्ट्रीय विरोध के बावजूद मिसाइल प्रौद्योगिकी प्रक्षेपण कार्यान्वयन की डीपीआरके की जिद के संबंध में चीन खेद व्यक्त करता है.” उन्होंने कहा, ‘‘डीपीआरके को अंतरक्षि के शांतिपूर्ण इस्तेमाल का अधिकार है, लेकिन वह अधिकार संबंधित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों द्वारा सीमित है.” हुआ ने कोरियाई प्रायद्वीप के बारे में ‘‘संबंधित पक्षों से स्थिति से शांति से निपटने” और ‘‘वार्ता तथा विमर्श” का आह्वान किया.