लाहौर : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह कहते हुए नौकरशाहों से अपनी ‘पुरानी सोच बदलने’ को कहा है कि नये पाकिस्तान में पुरानी व्यवस्था नहीं चलेगी.
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ समाचार पत्र की खबर के अनुसार, खान ने कहा कि देश के आर्थिक विकास में सक्षम नौकरशाही की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने नौकरशाहों को निर्देश दिया कि वे बिल्कुल गुण-दोष के आधार पर अपना काम करें. खान ने शनिवार को यहां नौकरशाहों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, हमें अपनी पुरानी सोच बदलनी होगी. नये पाकिस्तान में पुरानी व्यवस्था नहीं चलेगी. उन्होंने नौकरशाही में भारी फेरबदल के एक दिन बाद यह बात कही. नौकरीशाही में फेरबदल के तहत कम से कम 134 शीर्ष अधिकारियों को बदला किया गया था. खान ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में शासन और विधि व्यवस्था में सुधार का आह्वान किया.
सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के सेवा विस्तार मामले में शीर्ष अदालत के फैसले पर खान ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश ने संक्षिप्त आदेश में उनकी सरकार की कानूनी टीम की आलोचना नहीं की. उन्होंने कहा, वह मामला अब सुलझ चुका है. मैं इस पर और कुछ नहीं बोलना चाहता. प्रधान न्यायाधीश आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ ने गुरुवार को सेना प्रमुख जनरल बाजवा का कार्यकाल छह महीने बढ़ाने की अनुमति दे दी थी.
खान ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी और जेयूआई-एफ प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, फजलुर रहमान डीजल परमिट हासिल करने के लिये इस्लामाबाद आये थे. खान ने कहा कि देश में माफिया है जो इस बात से डरा हुआ है कि उसके भ्रष्टाचार का खुलासा होगा और उसे जेल जाना होगा.