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मेधा दिवस पर 116 टॉपर सम्मानित, बोले केके पाठक- बिहार बोर्ड का परीक्षा मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी बना उदाहरण

राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान देते हुए आइआइटी मद्रास के पूर्व प्रोफेसर प्रो श्रीश चौधरी ने कहा कि सम्मान समारोह में अधिकतर बच्चे ग्रामीण परिवेश से हैं. यह बिहार के बदलते हुए तस्वीर को दिखाता है. जब तक गांव नहीं बदलेगा, तो हमारा समाज नहीं बदलेगा.

पटना. शिक्षा के क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने भी कुछ वर्षों में मेहनत कर एक मुकाम हासिल किया है. बोर्ड की ओर से 16 से 17 जून को पटना में आयोजित नेशनल कॉन्क्लेव में 23 राज्यों के 32 बोर्ड अध्यक्ष, सचिव व पदाधिकारी शामिल हुए थे. इसमें सीबीएसइ की अध्यक्ष ने बिहार बोर्ड के परीक्षा मॉडल का अध्ययन किया और इसकी तारीफ भी की. ये बातें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने रविवार को ज्ञान भवन में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर आयोजित मेधा दिवस समारोह 2023 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि बिहार बोर्ड समयबद्ध तरीके से परीक्षाओं का परिणाम जारी कर रहा है और मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित कर रहा है. बच्चें इसी तरह आगे बढ़ते हुए नाम रौशन करें. बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने बोर्ड की व्यवस्था को बेहतर किया और मेधावी बच्चों को नया प्लेटफॉर्म भी दिया है.

पूरे देश में कीर्तिमान स्थापित कर रहा है बिहार बोर्ड: आनंद किशोर

कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि 2017 से तीन दिसंबर को मेधा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस अवसर पर इंटर एवं मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के टॉपर स्टूडेंट्स को सम्मानित किया जाता है. इस मौके पर सम्मान पाने वाले स्टूडेंट्स होनहार हैं. भविष्य आपका इंतजार कर रहा है. आपने यह मुकाम कठिन परिश्रम करके पाया है. यही परिश्रम आगे भी जारी रहे.

बोर्ड ने पिछले वर्षों में हासिल की कई उपलब्धियां

उन्होंने कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने पिछले वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं, जिसके कारण समिति नये-नये आयामों को प्राप्त करते हुए उच्च तकनीकी गुणवत्ता के साथ समय पर रिजल्ट का प्रकाशन करते हुए न सिर्फ राज्य में, बल्कि पूरे देश में कीर्तिमान स्थापित कर रही है. राजेंद्र प्रसाद स्मृति व्याख्यान देते हुए आइआइटी मद्रास के पूर्व प्रोफेसर प्रो श्रीश चौधरी ने कहा कि सम्मान समारोह में अधिकतर बच्चे ग्रामीण परिवेश से हैं. यह बिहार के बदलते हुए तस्वीर को दिखाता है. जब तक गांव नहीं बदलेगा, तो हमारा समाज नहीं बदलेगा.

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10 जिलों के डीएम व डीइओ को किया गया सम्मानित

कार्यक्रम के दौरान इंटर व मैट्रिक परीक्षा 2023 के सफल संचालन में योगदान देने वाले राज्य के 10 जिलों के जिला पदाधिकारी व जिला शिक्षा पदाधिकारी को सम्मानित किया गया. इसमें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, नालंदा, पश्चिम चंपारण, गया, भागलपुर, वैशाली, अररिया के जिला पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी सम्मानित किये गये.

टॉपर्स ने कहा-पुरस्कार मिलने से बढ़ गयी है जिम्मेदारी

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित मेधा दिवस पर इंटर व मैट्रिक के टॉपर विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया. पुरस्कार पाकर टॉपर्स ने कहा कि सम्मान मिलने से बेहतर करने की जिम्मेदारी और अधिक हो गयी है. मौके पर टॉपर्स विद्यार्थियों को लैपटॉप और नगद राशि दी गयी. आर्ट्स संकाय के अधिकतर टॉपर्स ने यूपीएससी में बेहतर करने प्रदर्शन करने की बात कही. वहीं कॉमर्स के संकाय के विद्यार्थियों ने सीए और साइंस स्ट्रीम के विद्यार्थियों ने इंजीनियरिंग के फील्ड में करियर बनाने की बात कही.

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