West Bengal: टीएमसी युवा नेता शांतनु बनर्जी को सोमवार को 11 दिनों के लिए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की हिरासत में भेज दिया गया. उन्हें 24 मार्च को अदालत में पेश किया जाएगा. बता दें कि टीएमसी नेता को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था. कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अब तक सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े कई लोगों को कथित रूप से घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
कुंतल घोष को किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि इससे पहले जनवरी में ईडी ने घोटाले के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के एक और युवा नेता कुंतल घोष को गिरफ्तार किया था. ईडी ने जनवरी में हुगली टीएमसी के युवा नेता शांतनु बनर्जी और कुंतल घोष के न्यूटाउन स्थित आवास पर तलाशी ली. ईडी के अधिकारियों ने घोष को उनके चिनार पार्क अपार्टमेंट में रात भर तलाशी अभियान के बाद पहले हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया. उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा शुक्रवार सुबह शुरू किए गए तलाशी अभियान के दौरान घोष के जुड़वां फ्लैटों से कई दस्तावेज और एक डायरी भी जब्त की गई.
बीजेपी और टीएमसी में तकरार
तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष को निष्पक्ष जांच के लिए एसएससी नौकरी घोटाले की जांच में केंद्रीय एजेंसियों की जांच के दायरे में लाने की मांग की. बीजेपी ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि टीएमसी डर रही है क्योंकि भर्ती घोटाले में उसके अधिक नेताओं की मिलीभगत हर दिन सामने आ रही है.
टीएमसी के प्रवक्ता ने किया दावा
तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव और प्रवक्ता कुणाल घोष ने संवाददाताओं को बताया कि अधिकारी ने सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्रुप डी के कर्मचारियों के रूप में 100 से अधिक लोगों को नौकरी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उनमें से कई की छटनी हो चुकी है. जैसा कि उच्च न्यायालय का आदेश है. टीएमसी के प्रवक्ता ने आगे दावा किया कि दिलीप घोष की जमीन का सौदा एसएससी घोटाले के आरोपी प्रसन्ना रॉय के आवास से मिला था, जो इस समय सीबीआई की हिरासत में है और इसलिए भाजपा के पूर्व राज्य प्रमुख से भी पूछताछ की जानी चाहिए.