जलपाईगुड़ी. छोटे चाय किसान अपने बागानों में जिस तरह कीटनाशक का इस्तेमाल कर रहे हैं, उससे चाय की गुणवत्ता नष्ट हो रही है. इंडियन टी बोर्ड ने छोटे चाय उत्पादकों को बोर्ड की निर्देशिका के मुताबिक प्लांट प्रोटेक्शन कोड (पीपीसी) के तहत आनेवाले कीटनाशकों का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी.
जलपाईगुड़ी के चाय नीलामी केंद्र में बुधवार को छोटे चाय किसानों के लिए टी बोर्ड की ओर से एक वर्कशॉप आयोजित किया गया था. इसमें बोर्ड के उप-निदेशक रामेश्वर कुजूर ने कहा कि हमें देखने को मिल रहा है कि छोटे बागान बोर्ड द्वारा तय कीटनाशकों का प्रयोग न करके, दूसरे कीटनाशकों का प्रयोग कर रहे हैं. ये मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. हम चाहते हैं कि जो लोग चाय पीते हैं, उनके स्वास्थ्य को कोई नुकसान न हो. कीटनाशकों का प्रयोग स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर हो, इसीलिए इस वर्कशॉप का आयोजन किया गया है.
उन्होंने कहा कि यदि कोई पीपीसी के बाहर के कीटनाशकों का इस्तेमाल करता है, तो इस बारे में जानकारी मिलने पर उसके कच्चे पत्तों की खरीद बंद कर दी जायेगी. साथ ही उसका लाइसेंस भी रद्द कर दिया जायेगा. कौन सा कीटनाशक किस मात्रा में प्रयोग करना है, यह जानकारी हम चाय किसानों को दे रहे हैं. इस वर्कशाप में जिले के विभिन्न इलाकों से छोटे चाय किसान शामिल हुए.