सिलीगुड़ी. सिलीगुड़ी को जिला बनाने को लेकर आज एकबार फिर शहरवासी एकजुट हुए और आवाज बुलंद किया. शहरवासियों ने विशाल रैली निकालकर शहर में जोरदार प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन वृहतर सिलीगुड़ी नागरिक मंच के बैनर तले किया गया. मंच के अध्यक्ष (अधिवक्ता) सुनील सरकार एवं सचिव (अधिवक्ता) रतन बनिक की अगुवायी में प्रदर्शनकारियों ने पूरे शहर में दौरा किया. श्री बनिक ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी छोटे-छोटे शहरों को जिला बना रही है तो सिलीगुड़ी जैसे मेट्रोपॉलिटन सिटी को जिला बनाने से क्यों पीछे हट रही है.
उन्होंने कहा कि ममता ने चार-पांच साल पहले सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा थाना व बागडोगरा थाना और जलपाईगुड़ी जिला के भक्तिनगर थाना इलाके को मिलाकर सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस स्थापित की. साथ ही सिलीगुड़ी को मेट्रोपॉलिटन सिटी का दर्जा दिया गया.
लेकिन आजतक मेट्रोपॉलिटन कोर्ट की स्थापना नहीं हो सकी. श्री बनिक का कहना है कि जब कालिंपोंग जैसे छोटे शहर को ममता जिला घोषित कर सकती है तो सिलीगुड़ी को क्यों नहीं. जबकि सिलीगुड़ी बंगाल में कोलकाता के बाद सबसे दूसरा बड़ा शहर है. सिलीगुड़ी का अधिकांश हिस्सा दार्जिलिंग जिले और कुछ हिस्सा जलपाईगुड़ी जिले के अंतर्गत पड़ता है. इससे शहरवासियों को सरकारी व कानूनी लफड़ों के निपटारे के लिए समय और अतिरिक्त पैसों की बरबादी करनी पड़ती है. इससे आम लोगों को काफी समस्याओं से जुझना पड़ता है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब-तक लोगों की सुविधाओं को देखते हुए सिलीगुड़ी को जिला नहीं बना दिया जाता तब-तक विभिन्न तरीकों से हमारा आंदोलन जारी रहेगा.