तृणमूल की कोशिश बाहरी बदमाशों की मदद से रिगिग करने की है. इतना ही नहीं, वोट खरीदने का इंतजाम भी किया गया है. पैसे देकर मतदाताओं को प्रभावित किया जा रहा है. पुलिस पर्यवेक्षक से इन नेताओं ने कहा कि इंगलिश बाजार, सुजापुर, मानिकचक सहित कई विधानसभा केन्द्रों में तृणमूल कांग्रेस के नेता और समर्थक आतंक का माहौल कायम करने में लगे हुए हैं. इन नेताओं ने ऐसे मतदान केन्द्रों की एक सूची भी चुनाव पर्यवेक्षक को दी है. मतदान के दिन सभी केन्द्रों पर केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैतानी की मांग की गई है. चुनाव में पुलिस पर्यवेक्षक बिनोद कुमार ने कहा है कि इन आरोपों की जांच की जा रही है.
मालदा जिले के 12 मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्ण तथा निष्पक्ष रूप से चुनाव कराने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की कुल 130 कंपनियां तैनात की जायेगी. जिले में मतदाताओं की संख्या 25 लाख 86 हजार 762 है. जबकि 2646 मतदान केन्द्र बनाये जा रहे हैं. माकपा के जिला सचिव अंबर मित्र ने कहा है कि इंगलिश बाजार विधानसभा केन्द्र के अधीन महानंदा नदी संलग्न इलाके में मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश तृणमूल उम्मीदवार कृष्णेन्दु चौधरी कर रहे हैं. इस बात की जानकारी चुनाव पर्यवेक्षक को भी दी गई है. इसके साथ ही इस पूरे इलाके में केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बल के जवानों द्वारा पेट्रोलिंग कराये जाने की मांग भी की गई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कृष्णेन्दु चौधरी डर एवं लोभ दिखाकर मतदाताओं को प्रभावित कर रहे हैं. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मौसम नूर ने भी यही आरोप लगाया है. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मतदान के दिन सिविक पुलिस को रैफ की ड्रेस पहनाकर पुलिस उनको चुनाव कार्य में लगाना चाहती है. पुलिस पर्यवेक्षक से सिविक पुलिस को चुनाव कार्यों से दूर रखने की मांग की गई है. मौसम नूर ने आगे कहा कि जिले के सभी 12 विधानसभा क्षेत्रों में तृणमूल के लोग मतदाताओं को डरा-धमका रहे हैं. इसके अलावा मतदाताओं को प्रलोभन भी दिया जा रहा है. बाहरी लोगों की संख्या अचानक बढ़ गई है. ऐसे वातावरण को देखकर वह लोग चिंतित हैं और इसी बात की शिकायत पुलिस पर्यवेक्षक से की गई है. उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के साथ ही माकपा ने भी अपने कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों को सजग रहने के लिए कहा है.