फरार हत्यारों के ठिकानों पर खोजबीन की जा रही है. दूसरी ओर, हत्या के खुलासे के बाद संदेह के आधार पर माटीगाड़ा थाना की पुलिस द्वारा मौका-ए-वारदात से ही हिरासत में लिये गये एक रंग मिस्त्री को पूछताछ के बाद उसी दिन छोड़ दिया गया. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के कमिश्नर (सीपी) मनोज वर्मा ने कहा कि इस वारदात में रंग मि्त्रिरयों का कोई हाथ नहीं है. पहले शक की सूई रंग मि्त्रिरयों पर जा रही थी. बीते कई दिनों से रंग मिस्त्री मकान में रंग-रोगन का कार्य कर रहे थे.
लेकिन वारदात वाले दिन सोमवार को ही रंग मिस्त्री काम पर नहीं आये. श्री वर्मा ने कहा कि मौका-ए-वारदात से मृतकों का मोबाइल एवं अन्य कई सुराग हाथ लगे है. सभी थानों को सूचित कर दिया गया है. जल्द ही सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे. विदित हो कि मंगलवार की सुबह माटीगाड़ा के अठारहखायी अंचल के लेलिनपुर में निवासी व बिजली विभाग से सेवानिवृत प्रदीप वर्धन, पत्नी दीप्ति वर्धन व बेटा प्रसेनजीत वर्धन की लाश उनके तीन मंजिले मकान से विभिन्न कमरों से बरामद हुई थी.