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बागडोगरा एयरपोर्ट को लगा जोर का झटका धीरे से

सिलीगुड़ी. अपने विस्तारीकरण परियोजना के लिए जमीन की समस्या से जूझ रहे बागडोगरा एयरपोर्ट को एक और झटका लगा है. हाल ही में 10 लाख यात्राियों के यहां से उड़ान भरने को लेकर तामझाम के साथ कई प्रकार के समारोहों का आयोजन किया गया था. लेकिन वास्तविकता यह है कि पिछले एक साल के दौरान […]

सिलीगुड़ी. अपने विस्तारीकरण परियोजना के लिए जमीन की समस्या से जूझ रहे बागडोगरा एयरपोर्ट को एक और झटका लगा है. हाल ही में 10 लाख यात्राियों के यहां से उड़ान भरने को लेकर तामझाम के साथ कई प्रकार के समारोहों का आयोजन किया गया था. लेकिन वास्तविकता यह है कि पिछले एक साल के दौरान इस एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्राियों की संख्या में करीब 10 प्रतिशत से भी अधिक की कमी आयी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष अप्रैल से लेकर जून तक 3 लाख 22 हजार 855 यात्राियों ने बागडोगरा एयरपोर्ट से यात्रा की थी. इस वर्ष अप्रैल से जून तक यह आंकड़ा घटकर 2 लाख 90 हजार 295 यात्राियों की रह गई है. स्वाभाविक तौर पर इस आंकड़े को देखते हुए बागडोगरा एयरपोर्ट से विभिन्न स्थानों के लिए उड़ान सेवा प्रदान करने वाली एयर लाइन्स कंपनियों की नींद उड़ी हुई है.
बागडोगरा एयरपोर्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, यहां से हर दिन ही चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता तथा गुवाहाटी के लिए कई विमान कंपनियों की उड़ान सेवा उपलब्ध है. दिल्ली तथा चेन्नई रूट पर यात्राियों की भीड़ रहती है. खासकर चेन्नई आने-जाने के लिए अच्छे-खासे यात्राी बागडोगरा एयरपोर्ट का उपयोग करते हैं. इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि दक्षिण भारत में बेहतर शिक्षण संस्थान तथा बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मौजूद है.
यही वजह है कि पढ़ाई-लिखाई के लिए सिर्फ सिलीगुड़ी ही नहीं, बल्कि पूर्वी बिहार, लोअर असम के साथ-साथ पूरे उत्तर बंगाल के लोग दक्षिण भारत आने-जाने के लिए बागडोगरा एयरपोर्ट का उपयोग करते हैं. बागडोगरा एयरपोर्ट से जो दूसरा सबसे व्यस्त रूट है, वह बागडोगरा से दिल्ली है. दिल्ली आने-जाने के लिए भी काफी संख्या में यात्राी बागडोगरा एयरपोर्ट से ही आवाजाही करते हैं. फिर भी यात्राियों का उतरा अधिक रेला नहीं रहता है, जितना बागडोगरा-चेन्नई रूट पर है.
सिलीगुड़ी के एक टूर ऑपरेटर रितेश सोमानी का कहना है कि बागडोगरा से चेन्नई के लिए न्यूनतम साढ़े सात हजार रुपये से किराये की शुरूआत होती है. जबकि दिल्ली के लिए 25 सौ से तीन हजार रुपये में भी हवाई जहाज का टिकट उपलब्ध है. सबसे खस्ताहाल स्थिति कोलकाता तथा गुवाहाटी रूट की है. बागडोगरा सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले एक वर्ष के दौरान यात्राियों की संख्या में गिरावट की वजह से इस एयरपोर्ट से विमानों का परिचालन कर रही कंपनियों की नींद उड़ी हुई है. सूत्रों ने बताया कि बागडोगरा-चेन्नई रूट को छोड़ दें तो बाकी अन्य रूटों पर उउ़ान भरने वाले विमानों में कई सीटें खाली रह जाती है.
यहां उल्लेखनीय है कि विमानन कंपनियों के लिए अभी सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडियासे लेकर निजी विमान कंपनी जेट एयरवेज, स्पाइस जेट आदि की हालत खराब है. बागडोगरा एयरपोर्ट से गुवाहाटी तथा कोलकाता के लिए उड़ान भरने वाले विमानों में सीटें खाली रहने की समस्या काफी अधिक है. यही वजह है कि इन दोनों रूटों पर उड़ान सेवा संचालित करने वाली एयर लाइन कंपनियों ने किराये में भारी कमी कर दी है. अनुमान के मुताबिक अभी बागडोगरा से कोलकाता के लिए 15 सौ रुपये में भी टिकट उपलब्ध है.
टूर ऑपरेटर रितेश सोमानी ने बताया कि 22 अगस्त के लिए उन्होंने बागडोगरा से कोलकाता के लिए सिर्फ 12 सौ रुपये में टिकट लिया है. कमोवेश यही स्थिति गुवाहाटी रूट की है. यहां तो कोलकाता जाने वाले यात्राियों से भी काफी कम यात्राी आवाजाही करते हैं. यात्रा के एक-दो दिन पहले टिकट लेना हो, तो 23 सौ से 25 सौ रुपये में मिल जाता है. एक या दो महीने बाद यात्रा करनी हो तो 12 सौ रुपये में भी आप टिकट खरीद सकते हैं.
रितेश सोमानी का आगे कहना है कि कभी-कभी तो बागडोगरा से गुवाहाटी के लिए 999 रुपये में भी टिकट मिल जाता है. जाहिर है कि इन रूटों पर ऑपरेट करने वाली विमानन कंपनियां सीट खाली रह जाये, इसकी जगह कुछ आ जाये, की रणनीति अपना रहे हैं. आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होने की संभावना भी कम ही दिख रही है. बागडोगरा एयरपोर्ट से वर्तमान में 7 एयरलाइन्स कंपनियां अपनी सेवा उपलब्ध करा रही है.
सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया के अलावा जेट एयरवेज, इंडिगो, गो एयर, स्पाइस जेट, ड्रक एयर तथा विस्तारा एयर लाइन्स इस एयरपोर्ट से ऑपरेट कर रही हैं. बागडोगरा तथा कोलकाता के बीच यात्राियों की कमी का आलम यह है कि कुछ महीने पहले स्पाइस जेट ने बागडोगरा एयरपोर्ट से नाइट लैंडिंग विमान सेवा की शुरूआत की थी. इसके तहत कोलकाता से शाम के बाद यात्राी बागडोगरा आ सकते थे और बागडोगरा से रात को विमान को वापस कोलकाता जाना था. बड़े ही तामझाम के साथ इस सेवा की शुरूआत की गई थी. अगले ही दिन यात्राियों का ऐसा टोटा लगा कि विमान सेवा को बंद कर देना पड़ा. जाहिर तौर पर अगर यात्राियों की संख्या में आने वाले दिनों में भी कमी देखी जाती है, तो विमानन कंपनियों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा.

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