पीड़िता के परिवारवालों ने पुलिस पर रेप का मामला दर्ज न करने का भी आरोप लगाया. प्रदर्शनकारियों के दबाव में आकर शनिवार को पुलिस ने बाध्य होकर आरोपी के खिलाफ रेप का मामला दर्ज किया. यह घिनौनी वारदात सिलीगुड़ी के 36 नंबर वार्ड के शांतिनगर के बहूबाजार इलाके में घटित हुई. पीड़िता की बहन ने भक्तिनगर थाने के आसीघर पुलिस चौकी में तृणमूल नेता प्रफुल्ल हाजरा (65) के विरुद्ध 17 वर्षीय किशोरी से जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने का मामला दर्ज कराया है. उसने कहा कि कल बहन का दर्द काफी बढ़ जाने से इस घटना का खुलासा हुआ. उसका इलाज कराया जा रहा है. बहन ने बताया कि चार दिन पहले दादू उसे बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले गया.
फिर सौ रुपये का लालच दिखाकर उसके साथ जोर-जबरदस्ती की. साथ ही इसका खुलासा करने पर दादू ने रस्सी से बांधने एवं जान से मारने की भी धमकी दी. इस वारदात के बाद से ही वह काफी डरी-सहमी हुई थी. काफी आतंकित एवं लोक-लाज के कारण बहन चार दिनों तक चुप्पी साधे रही. दादू के खिलाफ आसीघर चौकी में एफआइआर दर्ज कराने कई बार गयी, लेकिन पुलिस पहले मामला ले ही नहीं रही थी. पीड़िता के चाचा का कहना है कि हमारा पूरा परिवार शुरु से ही माकपा से जुड़ा है. माकपा छोड़कर तृकां में शामिल होने के लिए हम पर हमेशा दबाव दिया जाता है. तरह-तरह से परेशान किया जाता है.
यहां तक की कई बार हम लोगों पर हमला एवं मकान में तोड़-फोड़ भी की गयी. दूसरी ओर, आरोपी के घर के सामने लोगों के प्रदर्शन की खबर पाकर पंचायत समिति की तृकां सदस्या शिखा चटर्जी व आसीघर चौकी की पुलिस दल-बल के साथ मौके पर पहुंची. शिखा को देखते ही प्रदर्शनकारी भड़क उठे. घटना के खिलाफ आक्रोशित लोगों ने शिखा पर ही भड़ास निकाला. शिखा ने इसे माकपा की घिनौनी राजनीति साजिश करार दिया. उसने आरोपी प्रफुल्ल का बचाव करते हुए कहा कि वह खुद काफी दिनों से बीमार हैं और उम्र के इस पड़ाव में वे ऐसी घिनौनी हरकत के बारे में सोच भी नहीं सकते. वह काफी दिनों से तृकां के साथ जुड़े हैं. उनके खिलाफ आजतक किसी ने कोई अंगुली नहीं उठायी. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.