उनका आरोप था कि सिलीगुड़ी महकमा की एसडीओ डॉ दीपप प्रिया पी, निगम के सचिव सप्तर्षि नाग, सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए), उत्तर बंगाल विकास मंत्रलय (एनबीडीडी) व सिलीगुड़ी मेट्रॉपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के आलाधिकारी सरकारी कार्यक्रमों के दौरान मंत्री के साथ मंचासिन्न होकर अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं. साथ ही ये अधिकारी खुले मंच से मंत्री के कार्यो का बखान एवं तृणमूल का गुणगान से भी नहीं थकते.
चुनाव की तारिख घोषित होने के साथ ही एसडीओ को चुनाव तक के लिए रिटर्निग ओफिसर बना दिया गया है. ऐसे में एक चुनाव अधिकारी ही अगर सत्ताधारियों के लिए चुनाव प्रचार करती है तो निष्पक्ष चुनाव की कयास कभी नहीं लगायी जा सकती. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि निष्पक्ष निगम चुनाव कराये जाने को लेकर वाम राज्य निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटायेगा. पहले भी ऐसी शिकायतें चुनाव आयोग से की गयी थी. अब दूबारा ऐसे सभी अधिकारियों के नामों की सूची आयोग को सबूतों के साथ सौंपी जायेगी, जो तृणमूल के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं. निष्पक्ष चुनाव के लिए वाम आयोग से आरोपी सभी अधिकारियों की बदली करने एवं चुनाव के दौरान केंद्रीय वाहिनी की मांग भी करेगा. साथ ही उन्होंने चुनाव के दौरान भाजपा व तृणमूल को ऑक्सिजन न देने की भी अपील की. प्रेस-वार्ता के दौरान राज्य सभा के पूर्व वामपंथी सांसद समन पाठक उर्फ सूरज ने भी मीडिया को संबोधित किया.