सिलीगुड़ी: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पश्चिम बंगाल में अवैध मदरसों को बंद करने की मांग राज्य सरकार से की है. विद्यार्थी परिषद का कहना है कि राज्य में विभिन्न स्थानों पर तेजी से मदरसों की संख्या बढ़ी है.
बर्दवान में हुए विस्फोट कांड की जांच के बाद यह साफ तौर पर साबित हो चुका है कि राज्य के कई मदरसों में आतंकवाद की ट्रेनिंग दी जा रही है. ऐसे मदरसों को बंद करना राज्य तथा देशहित में जरूरी है.
आज सिलीगुड़ी में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए विद्यार्थी परिषद नेता त्रिदीप साहा ने आगे कहा कि राज्य में शैक्षिक संस्थानों में भी पठन-पाठन का काम प्रभाविक हो रहा है और वहां राजनीति बढ़ गयी है. विभिन्न शिक्षण संस्थानों में सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस के सदस्य अध्यापकों के साथ मारपीट आदि जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इस तरह की घटनाओं को रोकने की भी उन्होंने मांग की. उन्होंने कहा कि शिक्षा में राजनीति का समावेश अथवा हस्तक्षेप नहीं होनी चाहिए. शिक्षणसंस्थानों में सिर्फ पढ़ाई का ही काम हो, तो छात्र-छात्रओं के लिए बेहतर होगा, लेकिन इनदिनों ऐसा नहीं हो रहा है. तृणमूल कांग्रेस के नेता और समर्थक शिक्षण संस्थानों में हस्तक्षेप कर रहे हैं. जिससे स्थिति बिगड़ी है.
आज के दिन शिक्षण संस्थानों को बचाने की जरूरत है. उन्होंने इन तमाम मुद्दों को लेकर आंदोलन की भी घोषणा की. श्री साहा ने आगे बताया कि सात नवंबर को ‘सेव कैंपस सेव एजुकेशन’ आंदोलन की शुरूआत की जायेगी. इसके तहत अवैध मदरसों को बंद करने तथा शिक्षण संस्थानों में राजनीतिक हस्तक्षेप को खत्म करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जायेगा.