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दार्जिलिंग में ज्वाइंट फोरम की बैठक में लिया गया निर्णय, 20% से कम बोनस मंजूर नहीं
दार्जिलिंग : 20 प्रतिशत से कम पूजा बोनस स्वीकार नहीं होगा. उक्त बातें ज्वाइंट फोरम की ओर से कही गयी है. गुरुवार को स्थानीय क्रामाकपा केंद्रीय कार्यालय के हॉल में हिल ज्वाइंट फोरम की बैठक आयोजित की गयी. आयोजित बैठक में हिल ज्वाइंट फोरम के संयोजक जेवी तमांग विशेष रूप से उपस्थित रहे. वहीं अन्य […]
दार्जिलिंग : 20 प्रतिशत से कम पूजा बोनस स्वीकार नहीं होगा. उक्त बातें ज्वाइंट फोरम की ओर से कही गयी है. गुरुवार को स्थानीय क्रामाकपा केंद्रीय कार्यालय के हॉल में हिल ज्वाइंट फोरम की बैठक आयोजित की गयी. आयोजित बैठक में हिल ज्वाइंट फोरम के संयोजक जेवी तमांग विशेष रूप से उपस्थित रहे. वहीं अन्य लोगों में फोरम के प्रचार-प्रसार सचिव सुनील राई, अमर लामा, लक्ष्मण प्रधान, केवी सुब्बा, वाइ लामा, दिनेश राई, दिलीप दिलपाली आदि भी मौजूद रहे.
करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुये संजोयज जेवी तमांग ने कहा कि दार्जिलिंग टी एसोसिएशन ने राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक को पत्रचार किया था. जिसकी प्रतिलिपि श्रमिक संगठनों को भी दी गयी थी. जिसमें लिखा है पिछले 2017 के 104 के दिनों के बंद से पहाड़ के चाय बागानों को काफी नुकसान हुआ है. पत्र में 1968 के एक्ट का उल्लेख भी किया गया है. 1968 के एक्ट में श्रमिकों को 8.33 प्रतिशत के दर से पूजा बोनस दिये जाने का उल्लेख है.
श्री तमांग ने कहा कि ज्वाइंट फोरम का रूख स्पष्ट है कि 20 प्रतिशत से कम पूजा बोनस को स्वीकार नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि पिछले साल 2017 को जिस समय पहाड़ बंद हुआ था. उस समय चाय का पहला फसल उठाया जा चुका था. चाय के पहली फसल का मूल्य बहुत होता है. दूसरी बात बंद से पहले चाय की दूसरी बारी के फसलों को उठाया जा रहा था और उसी बीच फसल के लिये छंटाई आदि का काम भी होता है.
दार्जिलिंग टी एसोसिएशन ने 104 दिनों के बंद का रट लगाया जा रहा है. परंतु श्रमिकों के रविवार आदि का छूट को दिखाया जाये तो 89 दिनों का होता है. पहली फसल उठाये जाने के बाद छंटाई का काम होता है. उन सभी को देखा जाये तो केवल 30 से 35 दिन ही चायपत्ती तोड़ने का काम नहीं हुआ है. इसलिये बंद में बागान को कोई खास नुकसान नहीं हुआ. पहाड़ में जितने भी चाय बागान है.
उसमें कार्यरत श्रमिकों को 20 प्रतिशत की दर से पूजा बोनस देने की मांग करते हुये ज्वाइंट फोरम ने दार्जिलिंग टी एसोसिएशन को पत्रचार किया है और बैठक शीध्र बुलाने की मांग की है. इधर प्रचार-प्रसार सचिव सुनील राई ने कहा कि पूजा बोनस 20 प्रतिशत देना होगा और साथ में अलग से पैसा भी देने की मांग की है.
बातचीत के दौरान राई ने सीधा कहा कि आज हमलोगों ने पूजा बोनस को लेकर पत्राचार किया है. बैठक में बात नहीं बनी तो फोरम ने आंदोलन की चेतावनी भी दी. इधर गोजमुमो के श्रमिक संगठन दार्जिलिंग तराई डुआर्स प्लान्टेशन लेबर यूनियन ने भी 20 प्रतिशत पूजा देने की मांग की है.
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