कालिम्पोंग : जन आंदोलन पार्टी गुरुवार को संसद के समक्ष गोरखालैंड की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन नहीं कर पायी. दिल्ली पुलिस ने जाप कार्यकर्ताओं को होटल से बाहर ही नहीं निकलने दिया. पहाड़गंज के चार होटलों में जाप कार्यकर्ता रुके हुए हैं.
सुबह ही दिल्ली पुलिस इन होटलों में पहुंच गयी और रिसेप्शन से जाप कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी लेने लगी. होटल गोल्डन गेट से जाप युवा प्रकोष्ठ के नेता विशाल राई व भूपेन राई को डिटेन कर लिया गया और करीब पांच घंटे तक पास की पुलिस चौकी में रखा.
होटल में रुके पहाड़ के पत्रकारों को पहचान पत्र दिखाने के बाद बाहर जाने दिया गया. लगभग पांच घंटे तक पुलिस चौकी में रखने के बाद विशाल राई एवं भूपेन राई को पुलिस ने छोड़ दिया.
विशाल ने कहा कि गुरुवार को दिन में संसद मार्ग पर धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम था तो शाम को कांस्टीट्यूशन क्लब में विभिन्न दलों के सांसदों को लेकर आयोजन है. कार्यकर्ताओं के संसद मार्ग के कार्यक्रम के लिए निकलने से पहले ही दिल्ली पुलिस होटल पहुंच गयी.
विशाल राई ने कहा कि सांसद एसएस अहलुवालिया के क्षेत्र से आये राजनीतिक कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं.
लेकिन सांसद से लेकर केंद्र सरकार तक चुप हैं. यह चुप्पी दुखदायी है. लेकिन हमें देश के लोकतंत्र पर भरोसा है. हम जो कार्यक्रम करने आये हैं वह करके रहेंगे. अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन संवैधानिक अधिकार है, जिसका हनन किया जा रहा है. इसे उन्होंने बंगाल सरकार की राजनीतिक साजिश बताया.