निगम प्रशासन पिछले एक वर्ष से नयी नियुक्ति का आश्वासन दे रहा है, लेकिन उस पर अभी तक अमल नहीं किया गया. माकपा के ही मृत्युंजय चक्रवर्ती ने कहा कि सफाई कर्मियों की संख्या में कमी एक बड़ी समस्या बन गयी है. सभी पार्षद इस समस्या से परेशान है, क्योंकि सफाई कर्मचारियों के कम होने से काम प्रभावित हो रहा है. हमें लोगों को जवाब देना में मुश्किल होता है. इसके जवाब में विभागीय मेयर परिषद सदस्य देवब्रत मजूमदार ने कहा कि नयी नियुक्ति के लिए हम लोगों ने राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भेजा है.
अपने स्तर पर हम लोगों ने धीरे-धीरे नियुक्ति प्रक्रिया को आरंभ भी किया है, लेकिन यह कहना गलत है कि कर्मियों की कमी से सफाई का काम प्रभावित हाे रहा है. सौ दिन रोजगार के कर्मचारी दिन में दो बार सफाई का काम कर रहे हैं. इसके अलावा दस से अधिक बाेरो में काफी संख्या में अस्थायी सफाई कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है. श्री मजुमदार ने कहा कि जमाना तकनीक का है.
हम लोग भी सफाई के काम में तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. कचरा उठाने के लिए हम लोगों ने शहर में 20 बैटरी चालित गाड़ियां चलायी थीं. इनका काम देखते हुए हम लोगों ने एक संस्था को 100 बैटरी चालित गाड़ियाें का ऑर्डर दिया है. इन गाड़ियों के मिलने पर हम लोग इसे फिलहाल उन वार्डों को देंगे, जहां कंपैक्टर लगाये गये हैं. जल्द ही 500 आैर गाड़ियां खरीदी जायेंगी. उसके बाद सभी वार्ड को यह बैटरी चालित गाड़ी उपलब्ध करायी जायेगी. मेयर परिषद सदस्य ने कहा कि आनेवाले दिनों में शहर में ट्रकों से कचरा नहीं ढाेया जायेगा, बल्कि केवल कंपैक्टर ही चलेंगे.