सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) में अब टोल टैक्स घोटाला किये जाने का मामला सामने आया है. लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का घोटाला किये जाने का आरोप है. चुनाव से पहले हुए इस खुलासे से तृणमूल कांग्रेस को और एक नया झटका लगा है.
माकपा के यूथ संगठन डीवाईएफआइ की दार्जिलिंग जिला इकाई के अध्यक्ष शंकर घोष ने आज संवाददाताओं को बताया कि एसजेडीए ने टोल टैक्स वसूलने के लिए टेंडर के माध्यम से सिद्धिदायी सिक्यूरिटी प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी थी. इस कंपनी ने एक-डेढ़ साल 1,61,3687 करोड़ रुपये वसूले थे.
कंपनी ने करोड़ों रुपये 07.12.2011 से 13.06.2013 के बीच वसूले थे. इस कंपनी में तीन पार्टनर हैं : रतन कुमार राय, श्यामल दत्त व तापस वरण राय. तीनों ही सिलीगुड़ी के रहनेवाले हैं. श्री घोष ने आरोप लगाया कि घपला किये गये इन रुपयों को एसजेडीए को न लौटाना पड़े, इसलिए तीनों कुछ दिनों पहले ही तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं. एसजेडीए के चेयरमैन व उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव सब कुछ जानते हुए भी अनभिज्ञ बने हुए हैं और कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
उन्हें श्रेय देना भी कानूनन अपराध है. श्री घोष ने मंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव के बाद एसजेडीए के सीइओ से इसकी लिखित रूप से शिकायत की जायेगी एवं बृहद आंदोलन भी किया जायेगा. मालूम हो कि बीते साल एसजेडीए में श्मशान घाट में विद्युत चूल्हा, सीसीटीवी कैमरे, ट्रायडेंट लाइट व अन्य घोटाले सामने आये थे. करोड़ों रुपये के इन घोटालों के मद्देनजर एसजेडीए के तत्कालीन चेयरमैन व सिलीगुड़ी के विधायक डॉ रुद्रनाथ भट्टाचार्य को चेयरमैन के पद से इस्तीफा देना पड़ा. वहीं, तत्कालीन सीइओ मालदा जिला के पूर्व डीएम गोदाला किरण कुमार को गिरफ्तार भी किया गया था.