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आंतरिक लोकतंत्रविहीन पार्टियां नहीं कर सकतीं विकास : शाह
राजनीतिक पार्टियों की विचारधारा समाप्त हो चुकी है कोलकाता : जिन पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होता, जो लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी का विस्तार नहीं करतीं, वे देश की जनता के विकास के बारे में सोच ही नहीं सकतीं. देश में लगभग 1650 पार्टियां हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि सिर्फ भाजपा को छोड़ […]
राजनीतिक पार्टियों की विचारधारा समाप्त हो चुकी है
कोलकाता : जिन पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र नहीं होता, जो लोकतांत्रिक तरीके से पार्टी का विस्तार नहीं करतीं, वे देश की जनता के विकास के बारे में सोच ही नहीं सकतीं. देश में लगभग 1650 पार्टियां हैं, लेकिन आश्चर्य की बात है कि सिर्फ भाजपा को छोड़ कर किसी भी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है.
ये बातें बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने महाजाति सदन में पार्टी की ओर से आयोजित विशेष सभा के दौरान कहीं. गौरतलब है कि बुधवार को भाजपा की ओर से महाजाति सदन में महानगर के विशिष्ट लोगों को लेकर एक सभा का आयोजन किया गया था, जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लोगों को देश की राजनीतिक स्थिति के बारे में बताया. उन्होंने कांग्रेस के वंशवाद पर निशाना साधते हुए कहा कि सोनिया गांधी के बाद कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा, यह सभी जानते हैं, लेकिन भाजपा में उनके बाद कौन अध्यक्ष होगा, यह कोई नहीं जानता. कांग्रेस के साथ-साथ उन्होंने अन्य पार्टियों तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि भाजपा में लोकतंत्र को मानते हुए प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराल में पार्टी के विभिन्न पदाें के लिए चुनाव होता है. भाजपा वंशवाद की राजनीति नहीं करती, लेकिन कांग्रेस इस की पोषक रही है. उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल व बिहार जैसे राज्यों में वंशवाद की राजनीति ही चल रही है, जिन्होंने विकास के लिए कुछ नहीं किया.
देश के पश्चिमी हिस्से का जिस प्रकार से विकास हुआ है, पूर्वी भारत उतना ही पिछड़ा हुआ है. पूर्वी भारत में भी विकास की गति को तेज करना ही केंद्र की भाजपा सरकार का लक्ष्य है. श्री शाह ने कहा कि पार्टियों की विचारधाराएं अब समाप्त हो गयी हैं. भाजपा को छोड़ कर किसी भी पार्टी की अपनी विचारधारा नहीं है.
भाजपा के कार्यक्रम के पहले होगी सरस्वती वंदना
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश नेताओं को कहा है कि वह अब से बंगाल में कोई भी कार्यक्रम आरंभ करने से पहले सरस्वती वंदना करेंगे. हम अपनी संस्कृति को खोना नहीं चाहते. यह हमारी संस्कृति है और हम इसका पालन करते रहेंगे.
तृणमूल नेताओं ने थामा भाजपा का झंडा
भारतीय जनता पार्टी की ओर से महाजाति सदन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान तृणमूल के चार नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा का झंडा थामा. तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल होनेवालों में कनक देवनाथ, मनोज पांडे, अनुपम दत्ता व रंजन सेन शामिल थे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने इन नेताओं को पार्टी का झंडा थमा कर अपनी पार्टी में स्वागत किया.
ममता बनर्जी पर साधा निशाना
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए श्री शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता ममता बनर्जी की तुष्टीकरण की राजनीति से त्रस्त हो चुकी है. यही वजह है कि राज्य में जनाक्रोश बढ़ रहा है. श्री शाह ने कहा कि जिस राज्य में दुर्गापूजा के लिए हाइकोर्ट से आदेश लेना पड़े और सरस्वती पूजा के दौरान सरकार सुरक्षा न दे पायी हो, वहां के हालात आसानी से समझे जा सकते हैं.
बंगाल ने पूरे भारत को संस्कृति सिखायी है और बंगाल को देश की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है, लेकिन अगर बंगाल से ही संस्कृति खत्म हो जायेगी, तो देश का क्या होगा. भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार बांग्लादेशी घुसपैठ और जाली नोट के धंधे पर शिकंजा कसने में नाकाम रही है. राज्य बम की फैक्टरी में तब्दील हो गया है.
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