Advertisement
उत्तर दिनाजपुर: फिर स्थापित हुआ बांग्लादेश से रेल संपर्क
उत्तर दिनाजपुर: फिर स्थापित हुआ बांग्लादेश से रेल संपर्क मालगाड़ी चला कर हुआ ट्रायल रन कालियागंज : आखिरकार उत्तर दिनाजपुर जिले से भारत और बांग्लादेश के बीच रेल संपर्क स्थापित होने का सपना साकार हो गया है. हालांकि यहां से बांग्लादेश के बीच पहले भी मालगाड़ियों की आवाजाही होती थी, लेकिन 2004 में इसे बंद […]
उत्तर दिनाजपुर: फिर स्थापित हुआ बांग्लादेश से रेल संपर्क
मालगाड़ी चला कर हुआ ट्रायल रन
कालियागंज : आखिरकार उत्तर दिनाजपुर जिले से भारत और बांग्लादेश के बीच रेल संपर्क स्थापित होने का सपना साकार हो गया है. हालांकि यहां से बांग्लादेश के बीच पहले भी मालगाड़ियों की आवाजाही होती थी, लेकिन 2004 में इसे बंद कर दिया गया था.
इस रेल लाइन को मीटरगेज से ब्रॉडगेज में बदलने का निर्णय लिया गया था. तब से लेकर अब तक कई वर्ष बीत गये, आम लोगों को लग रहा था कि ब्रॉडगेज से भारत और बांग्लादेश के बीच रेल संपर्क स्थापित होना शायद एक सपना बनकर रह जायेगा. इस बीच, इस रूट पर ब्रॉडगेज बनाने का काम जारी रहा.
कुछ महीने पहले ब्रॉडगेज बनकर तैयार भी हो गया. इमिग्रेशन चेकपोस्ट तथा अन्य ढांचागत सुविधा नहीं होने की वजह से इस रूट पर मालगाड़ियों की आवाजाही शुरू नहीं की जा सकी थी. अब सबकुछ बनकर तैयार हो गया है. मालगाड़ी के ट्रायल रन के साथ ही दोनों देशों के बीच मालगाड़ियों की नियमित आवाजाही का रास्ता साफ हो गया है.
बीएसएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच इस रूट पर ट्रायल रन संपन्न हो गया है. पहले राधिकापुर स्टेशन से उस पार बांग्लादेश के लिए इंजन को रवाना किया गया. उसके बाद पत्थर से लदे 45 बोगियों की माल गाड़ी रवाना की गयी. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह ट्रायल रन सफल हुआ है. इससे पहले भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी. बांग्लादेश से भी इंजन को भारतीय सीमा क्षेत्र में लाया गया.
यही इंजन 45 बोगियों के ट्रेन को लेकर बांग्लादेश गयी. बांग्लादेश रेलवे के एक अधिकारी भी इस मौके पर उपस्थित थे. इस ट्रेन के बांग्लादेशी गार्ड अफजल हुसैन ने बताया कि कई वर्षों से बंद इस रूट के फिर से शुरू होने से दोनों देशों को लाभ होगा. इधर, इस मालगाड़ी को देखने के लिए राधिकापुर स्टेशन पर स्थानीय लोगों की भी भारी भीड़ थी.
यहां उल्लेखनीय है कि इस ट्रेन को पिछले सप्ताह ही बांग्लादेश रवाना होना था. ट्रेन रायगंज स्टेशन पर रूकी हुई थी. बांग्लादेश सरकार ने ट्रायल रन की अनुमति नहीं दी थी. बाद में बांग्लादेशी इंजन द्वारा ट्रेन को बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में ले जाने के शर्त के साथ ट्रायल रन की अनुमति दी गयी. राधिकापुर रेलवे स्टेशन मैनेजर रामशंकर प्रसाद का कहना है कि ट्रायल के रूप में पत्थर से लदे मालगाड़ी को उस पार भेजा गया है. आने वाले दिनों में नियमित रूप से दोनों देशों के बीच इस रूट से मालगाड़ियों की आवाजाही होगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement