सोमवार को फिर से उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया. वहां ठोस सबूत दिखाकर उससे इस बारे में उनका जवाब जानने की कोशिश हुई. कोई सटिक जवाब नहीं मिलने के बाद सीआइडी की टीम ने उसे गिरफ्तार करने का फैसला लिया.
इसके पहले इस मामले में सीआइडी की टीम मृणाल घोष और डाॅ देवाशीष चंद्रा को गिरफ्तार कर चुकी है. मृणाल दार्जिलींग जिले के डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर थे जबकि दूसरा आरोपी डाॅ देवाशीष चंद्र डिस्ट्रिक्ट चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के मेंबर थे. सीआइडी अधिकारियों ने बताया कि इस मामले की जांच के सिलसिले में दोनों को सिलीगुड़ी में स्थित सीआइडी दफ्तर में बुलाया गया था. वहां दोनों का इस गिरोह के साथ मिलकर काम करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया. ज्ञात हो कि इस मामले में गिरफ्तार जूही चौधरी से पूछताछ में ही इन लोगों के नाम का खुलासा हुआ जिसके बाद सीआइडी की टीम ने लगातार सबूत के आधार पर समय-समय पर इनसे पूछताछ कर रही थी. लेकिन ये सभी जवाब देने से बच रहे थे.