ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था. हम चुनाव के दौरान अपने ऊपर हुई ज्यादतियों के खिलाफ इंसाफ पाने के लिए बृहद मंच पर जायेंगे. उन्होंने हमारे खिलाफ दादागीरी वाली कार्रवाई की है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 30 अप्रैल के चुनाव के महज एक दिन पहले केंद्रीय बलों ने मतदाताओं को धमकाया और उनसे कहा कि वे अगले दिन मतदान के लिए नहीं आयें. उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के दौरान तृणमूल ने बार-बार चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह विपक्षी पार्टियों के हाथों में खेल रहा है.
तृणमूल नेता का कहना था कि यह साबित हो चुका है कि चुनाव आयोग के समक्ष दर्ज करायी गयीं विपक्षी पार्टियों की ज्यादातर शिकायतेें फरजी थीं, तो क्या फरजी शिकायतें दर्ज कराने पर कोई कार्रवाई होगी? तृणमूल ने विधानसभा चुनाव के दौरान केंद्रीय बलों के प्रभारी रहे दो वरिष्ठ आइपीएस अधिकारियों पर विपक्षी पार्टियों के लिए काम करने का पिछले हफ्ते आरोप लगाया था.