जालसाजी का कारोबार चलाने के लिए इन्होंने साॅल्टलेक के बीएच ब्लॉक में इमाजीन बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड नाम से संस्था खोल रखा था. बताया है कि इंजीनियरिंग के छात्रों को प्रशिक्षण देकर नौकरी दिलाने का नाम कर वे उनसे 35 से 45 हजार रुपये लिये थे. कुल मिला कर सैकड़ों छात्रों से संस्था ने लाखों रुपये ठग लिये थे, लेकिन काफी समय बीतने के बाद नौकरी न मिलने पर छात्रों को संदेह हुआ.
उन्होंने साॅल्टलेक के पूर्व थाने में संस्था के खिलाफ जालसाजी की शिकायत दर्ज करायी. उक्त शिकायत के आधार पर पुलिस ने शनिवार को संस्था के दफ्तर में अभियान चलाया. आरोपियों में दीपक अधिकारी और रेशमी कुमारी संस्था की निदेशक हैं, जबकि निमिरा संस्था की एचआर है. इन तीनों को रविवार को विधाननगर एसीजेएम कोर्ट में पेश किया गया.