कोलकाता: स्वीडन, डेनमार्क, नॉर्वे व आइसलैंड जैसे उत्तरी यूरोपीय देशों ने पश्चिम बंगाल की वर्तमान औद्योगिक व व्यावसायिक हालात पर संतोष व्यक्त किया है. इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स (आइसीसी ) द्वारा आयोजित एक परिचर्चा सत्र को संबोधित करते हुए भारत में नॉर्वे के राजदूत इविंद होम ने कहा कि उनके देश की 100 कंपनियां भारत में काम कर रही हैं.
नॉर्वे ने भारत में लगभग चार बिलियन डॉलर का निवेश किया है. कुछ वर्षो में इसे दोगुना करने का लक्ष्य है. खासतौर से शिपिंग, मेरीटाइम, तेल व गैस व टेलीकॉम के क्षेत्र में नॉर्वे की कंपनियों ने यहां पैसा लगाया है. पश्चिम बंगाल में भी हमारे देश की कई कंपनियां काम कर रही हैं. यहां निवेश की स्थिति अच्छी है.
वहीं, भारत में डेनमार्क के राजदूत फ्रेडी स्वान ने कहा कि पश्चिम बंगाल भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है. व्यवसाय करने के लिए यह एक उपयुक्त राज्य है. विशेष रूप से मेरीटाइम, डेयरी व खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्रों में काफी संभावनाएं हैं. परिचर्चा को संबोधित करते हुए भारत में स्वीडन के राजदूत हेराल्ड सैंडबर्ग ने कहा कि यह उनका इस शहर का पहला सफर है. यह एक नयी यात्र की शुरुआत है. वहीं, आइसलैंड के राजदूत गुडमुंडर एरिक्सन ने कहा कि भारत से आइसैंड को होनेवाले आयात में तो वृद्धि हुई है, पर आइसलैंड से भारत को होनेवाले निर्यात में बड़ी गिरावट आयी है. उन्होंने कहा कि हम फिशरी के क्षेत्र द्विपक्षीय व्यवसाय को और बढ़ाना चाहते हैं.
इस संबंध में जल्द ही पश्चिम बंगाल सरकार के साथ समझौता किया जायेगा. मौके पर मौजूद राज्य के खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सुब्रत साहा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विदेशी निवेश के लिए बेहतरीन वातावरण व इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है. सड़कों की हालत भी काफी अच्छी है व कई बंदरगाह भी हैं. श्री साहा ने कहा कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में निवेश की काफी संभावनाएं हैं.