थाना के कुछ ही कदम पर स्थित उक्त आवासन में घटना की जांच के लिए पुलिस को पहुंचने में आठ घंटे का समय लग गया. स्थानीय लोगों ने दमदम थाना के आइसी पार्थ रंजन मंडल के विरुद्ध निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है.
कलाकार पार्थ घोष ने बताया कि उनके फ्लैट के नजदीक ही सरस्वती पूजा हो रहा था, बुधवार रात प्रतिमा का विसजर्न हो रहा था. देर रात माइक बजा कर प्रतिमा विसजर्न की तैयारी चल रही थी, इस पर पार्थ घोष के बेटे अयन घोष ने विरोध जताया. शराब के नशे में धुत्त बदमाशों ने उनके साथ तर्क-वितर्क आरंभ कर दिया. उन्होंने ईंट व पत्थर फेंक कर खिड़की के शीशे को तोड़ डाले.
घर के नजदीक स्थित दमदम थाने में बार-बार फोन पर शिकायत की गयी. घटना के कुछ देर बाद पुलिस की एक जीप मौके से घूम कर चली गयी. उन्होंने शिकायत कर्ता परिवार के साथ कोई बात नहीं की. आरोप है कि पुलिस की गाड़ी के वहां से चले जाने के बाद स्थानीय अपराधी और उग्र हो उठे. वे फ्लैट के अंदर घुस कर दरवाजा तोड़ने का भी प्रयास किया. पार्थ घोष ने कई बार थाने में मदद के लिए फोन किया, लेकिन पुलिस स्थिति को काबू करने के लिए नहीं आयी. परिवार को आतंक के साये में पूरी रात गुजारनी पड़ी. उन्होंने गुरुवार सुबह घटना की शिकायत दमदम थाने में दर्ज की. गुरुवार को बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट के एडीसी ने पार्थ घोष के घर पर जाकर घटना की जांच की.