कोलकाता: राज्य के जंगल महल के तीन जिलों बांकुड़ा, पुरुलिया व पश्चिम मेदिनीपुर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने यहां और छह कंपनी अर्धसैनिक बल के जवानों को तैनात करने का फैसला किया है. बहुत जल्द यह छह कंपनियां यहां आ जायेंगी. छत्तीसगढ़ व बिहार में हुए नक्सली हमले के बाद केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करना चाहती है.
इस संबंध में राज्य सरकार ने भी केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिख कर और अर्धसैनिक बल के जवानों की मांग की थी, जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है और यहां छह कंपनी फोर्स भेजने की मंजूरी दे दी है. गौरतलब है कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा भेजे गये पत्र में कहा था कि छत्तीसगढ़ व बिहार में हमला करने के बाद माओवादी अब बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों से यहां प्रवेश करने की फिराक में हैं.
वैसे भी यहां अगले कुछ दिनों में पंचायत चुनाव होना है, चुनाव के पहले राज्य के सभी बोर्डर सील कर दिये जायेंगे. इसलिए सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए यहां और अर्धसैनिक बल के जवानों की जरूरत होगी. केंद्र सरकार ने जंगलमहल की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल के जवान भेजने का फैसला तो कर लिया है, लेकिन अब पंचायत चुनाव के लिए राज्य सरकार को फोर्स मिल पायेगा या नहीं, इसे लेकर अभी भी संशय बरकरार है.