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मुकुल बनेंगे दिल्ली के मतदाता

आरोप. लगाया फोन टैपिंग का आरोप, पहचान पत्र के लिए किया आवेदन कहा : किसी से फोन पर बात नहीं कर पा रहा हूं कोलकाता : हाल ही में भाजपा में शामिल होनेवाले मुकुल राय ने कहा कि वह अपने फोन की कथित टैपिंग को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के […]

आरोप. लगाया फोन टैपिंग का आरोप, पहचान पत्र के लिए किया आवेदन

कहा : किसी से फोन पर बात नहीं कर पा रहा हूं
कोलकाता : हाल ही में भाजपा में शामिल होनेवाले मुकुल राय ने कहा कि वह अपने फोन की कथित टैपिंग को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के इस कदम के खिलाफ वह अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे. पूर्व तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व पूर्व सांसद मुकुल राय हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं. इसके लिए वह दिल्ली उच्च न्यायालय में मामला दायर करेंगे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा : मैं किसी से भी फोन पर बात नहीं कर पा रहा हूं. मेरे सभी फोन की टैपिंग की जा रही है. यह अवैध है और मैं अपनी शिकायत के साथ अदालत जाऊंगा तथा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भी इसमें पक्ष बनाऊंगा .
मुकुल राय ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस हर संवैधानिक निकाय का दमन कर रही है और उन पर दबाव डाल रही है. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि उन्होंने दिल्ली से मतदाता बनने का फैसला किया है, क्योंकि इससे वह पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकेंगे. लंबे समय से पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची में रहने के बाद मुकुल राय ने अब दिल्ली से मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन किया है. उन्होंने कहा : चूंकि मैं अधिकतर समय दिल्ली में रहता हूं, इसलिए मैंने महसूस किया कि मुझे अपना मतदाता पहचान पत्र बदल लेना चाहिए और दिल्ली का मतदाता बन जाना चाहिए .
श्री राय भाजपा के सांसद जार्ज बेकर के साथ एसिड पीड़ित महिला को न्याय दिलाने की मांग को लेकर राज्यपाल से गुहार लगाने गये थे. उन्होंने आरोप लगाया कि जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस के लोग भाजपा कार्यकर्ताओं, समर्थकों और जनता पर अत्याचार कर रहे हैं. पुलिस चुप है. ममता बनर्जी के इशारे पर आइएएस अधिकारी अपने पद की मर्यादा भूलकर कानून का उल्लंघन करने से भी नहीं चूक रहे हैं. उन्होंने बताया कि अत्रि भट्टाचार्य और राजीव सिन्हा, दोनों ही इंडियन सर्विस कंडक्ट रूल का उल्लंघन कर रहे हैं.
इसकी शिकायत वह केंद्र सरकार से करेंगे. क्योंकि विश्व बांग्ला के लोगों के मालिकाना को लेकर दोनों नवान्नों में खड़ा होकर जनता को गलत तथ्य दे रहे हैं. दोनों अधिकारियों का दावा है कि विश्व बांग्ला लोगो पर पश्चिम सरकार का अधिकार है, जबकि उनके पास मौजूद सबूत और केंद्र सरकार की वेबसाइट के मुताबिक अब भी उसके मालिक अभिषेक बनर्जी ही हैं.
ऐसे में वे लोग गलत बयान दे कर लोगों को गुराह कर रहे हैं. उन्होने गृह सचिव की ईमानदारी पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि जिस आदमी को 31 आइएएस अधिकारियों को दरकिनार करते हुए इस पद पर बैठाया गया है, उससे हम इसके अलावा और उम्मीद क्या कर सकते हैं.

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