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एएसआइ की मौत की जांच सीआइडी करेगी

कोलकाता. राज्य पुलिस के एएसआइ अमिताभ मल्लिक की मौत की जांच अब सीआइडी करेगी. अब तक राज्य पुलिस जांच कर रही थी. राज्य सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, सरकार ने अब यह मामला राज्य सीआइडी के हाथों में सौंपने का फैसला कर लिया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब सीआइडी ही इस बात […]

कोलकाता. राज्य पुलिस के एएसआइ अमिताभ मल्लिक की मौत की जांच अब सीआइडी करेगी. अब तक राज्य पुलिस जांच कर रही थी. राज्य सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, सरकार ने अब यह मामला राज्य सीआइडी के हाथों में सौंपने का फैसला कर लिया है. सरकार के इस फैसले के बाद अब सीआइडी ही इस बात की जांच पड़ताल करेगी कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रधान विमल गुरुंग के समर्थकों द्वारा की गयी फायरिंग में कैसे युवा एएसआइ अमिताभ मल्लिक की मौत हो गयी.
गौरतलब है कि चंद दिन पहले राज्य पुलिस के डीजी सुरजीत कर पुरकायस्थ दार्जिलिंग गये थे आैर उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया था, जहां हुई फायरिंग में अमिताभ मल्लिक की मौत हुई थी. याद रहे कि 13 अक्तूबर को तड़के पुलिस ने खुफिया सूचना के आधार पर विमल गुरुंग व उसके करीबी साथियों को गिरफ्तार करने के लिए दार्जिलिंग के पास पातलेबास क्षेत्र के निकट जंगल के भीतर एक ठिकाने पर छापा मारा था. यह इलाका गुरुंग समर्थकों का गढ़ माना जाता है. पुलिस जब वहां पहुंची तो गुरुंग के समर्थकों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में जहां कई पुलिसवाले घायल हुए, वहीं युवा एएसआइ अमिताभ मल्लिक शहीद हो गये थे. पुलिस इस मामले में पहले ही विमल गुरुंग व उनके कुछ साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करा चुकी है.
एएसआइ अमिताभ मल्लिक की मौत के बाद विपक्ष ने इस घटना को हथियार बना कर राज्य सरकार को घेरना शुरू कर दिया था. भाजपा आैर कांग्रेस दोनों ने यह आरोप लगाया था कि बगैर किसी तैयारी व ट्रेनिंग के पुलिस विमल गुरुंग आैर उनके साथियों को पकड़ने के लिए गयी थी.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने तो यह भी इलजाम लगाया गया था कि इस अभियान में शामिल पुलिस कर्मियों के पास सेफ्टी हेलमेट तक नहीं थे. भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष अमिताभ मल्लिक की मौत में किसी प्रकार की षडयंत्र की गंध सुंघ रहे थे. सूत्रों का मानना है कि विपक्ष के इन आरोपों को देखते हुए ही सरकार ने इस घटना की जांच स्थानीय पुलिस से लेकर राज्य पुलिस के हवाले करने का फैसला लिया है.

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