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बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

कोलकाता : बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर को संपन्न हुआ. इस दिग्गज क्रिकेट प्रशासक को उसके अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की ओर से पूरा राजकीय सम्मान दिया गया. महानगर के केवड़ातला श्मशान घाट में हुए श्री डालमिया के अंतिम के दौरान उनके परिवार के सदस्यों के अलावा, बीसीसीआइ के आला […]

कोलकाता : बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर को संपन्न हुआ. इस दिग्गज क्रिकेट प्रशासक को उसके अंतिम संस्कार में राज्य सरकार की ओर से पूरा राजकीय सम्मान दिया गया. महानगर के केवड़ातला श्मशान घाट में हुए श्री डालमिया के अंतिम के दौरान उनके परिवार के सदस्यों के अलावा, बीसीसीआइ के आला अधिकारी, खिलाड़ी व आम लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे.

बीसीसीआइ अध्यक्ष की रविवार रात महानगर के एक अस्पताल में मौत हुई थी. मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर अलीपुर स्थित उनके घर लाया गया था, जहां से दोपहर सवा बारह बजे उनके दूसरे घर इडेन गार्डेंस के लिए आखिरी बार उनके पार्थिव शरीर को ले जाया गया.

इस आखिरी सफर में उनका बेटा अविषेक, बेटी वैशाली व पत्नी चंद्रलेखा समेत उनके परिवार के लोग साथ में थे, पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली पूरे सफर में साथ रहे. लगभग एक बजे उनका पार्थिव शरीर इडेन में पहुंचा, जहां बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन व शरद पवार, आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला, बोर्ड सदस्य शशांक मनोह, बोर्ड के सीईओ रत्नाकर शेट्टी, भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दोपहर तीन बजे शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम के साथ इडेन पहुंचीं और जगमोहन डालमिया को श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर कोलकाता पुलिस की तरफ से उन्हें तीन राउंड बंदुक की सलामी के साथ पूरा राजकीय सम्मान दिया गया. लगभग चार बजे श्री डालमिया का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए केवड़ातला श्मशान घाट की आेर रवाना हुआ, जहां उनके बेटा एवं बेटी ने दुनिया में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने वाले इस दक्ष प्रशासक का अंतिम संस्कार किया.

डालमिया के प्रोत्साहन को हमेशा याद रखूंगा : सचिन

इससे पहले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर, वीवीएस लक्ष्मण, रोहित शर्मा, शिखर धवन सहित कई अन्य क्रिकेट हस्तियों ने भी डालमिया के निधन पर शोक व्यक्त किया था. तेंदुलकर ने ट्वीट किया, ‘जगमोहन डालमिया के परिवार एवं मित्रों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं.

उनसे जून में मिला था. बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी.’ उन्होंने लिखा, ‘उन्होंने सालों तक जितना समर्थन दिया और जितना प्रोत्साहित किया, उसे हमेशा याद रखूंगा. क्रिकेट के खेल के लिए उन्होंने काफी मेहनत की और एक प्रशासक के तौर पर बेहतरीन काम किया.

ईडन गार्डन्स में मेरे आखिरी से पहलेवाले टेस्ट मैच को खास बनाने के लिए उनकी ओर से की गयी कोशिशों से मैं भावुक हो गया था. ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करे जगमोहन डालमिया.’ लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘डालमिया जी के निधन के बारे में सुनकर काफी दुखी हूं. शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’ सुरेश रैना ने ट्वीट किया, ‘भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ी क्षति. डालमिया जी ने हमेशा मार्गदर्शन किया. सर, ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करे.’

पाकिस्तान क्रिकेट के सच्चे मित्र थे डालमिया : पीसीबी

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि भारतीय क्रिकेट के प्रमुख जगमोहन डालमिया के निधन के साथ उन्होंने एक सच्चा मित्र खो दिया. पीसीबी द्वारा जारी बयान में उसके अध्यक्ष शहरयार खान, कार्यकारी समिति के अध्यक्ष नजम सेठी और मुख्य संचालन अधिकारी सुभान अहमद ने डालमिया के परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की है. शहरयार ने कहा, ‘मैं बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन से स्तब्ध और निराश हूं. यह मेरे लिए बड़ी हानि है क्योंकि वह मेरे मित्र और पाकिस्तान क्रिकेट के सच्चे शुभचिंतक थे.’

उन्होंने कहा, ‘मैं पीसीबी अध्यक्ष के रूप में अपने पहले कार्यकाल के समय से उन्हें जानता हूं. डालमिया के कार्यकाल में हमने 2004 में सीरीज का आयोजन किया. पूर्व अधिकारी आरिफ अली ने भी शोक जताया.

डालमिया को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचीं हस्तियां

खेल, राजनीति, मनोरंजन समेत हर वर्ग की बड़ी-बड़ी हस्तियों ने दी आखिरी सलामी

कोलकाता : बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया के निधन ने क्रिकेट जगत में एक ऐसा खालीपन ला दिया है, जिसे भरना शायद मुमकिन न हो. विश्व क्रिकेट में उनके उत्थान से उनके दुश्मनों की संख्या भी बढ़ी थी, पर दोस्त हो या दुश्मन सभी उनकी संगठन क्षमता के आगे नतमस्तक थे.

उनकी निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोगों में उनके चाहनेवालों के साथ-साथ उनके विरोधी भी शामिल थे. खेल, राजनीति, मनोरंजन समेत हर वर्ग की बड़ी-बड़ी हस्तियां उनको आखिरी सलामी देने के लिए पहुंची थीं. इनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बीसीसीआइ के पूर्व अध्यक्ष व आइसीसी चेयरमैन एन श्रीनिवासन, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली, पूर्व अध्यक्ष शरद पवार, आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला, टीम इंडिया के निदेशक रवि शास्त्री, बीसीसीआइ के सीइआे रत्नाकर शेट्टी, शशांक मनोहर, मीडिया मुगल सुभाष चंद्रा, अनिरुद्ध चौधरी, राज्यसभा सांसद मुकुल राय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा, माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती इत्यादि शामिल थे.

श्री डालमिया को श्रद्धांजलि देने के बाद बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह असली खेल प्रशासक थे, जिनसे भारत और विदेश में सभी प्यार करते थे. वह महान खेल प्रशासक थे और क्रिकेट में सुधार लाने के लिए उन्हें याद रखा जायेगा. वह हमारे परिवार के सदस्य जैसे थे. श्री चंद्रा ने कहा कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट ही नहीं, बल्कि विश्व क्रिकेट को लोकप्रिय बनाया. उनके नहीं रहने से खेल को काफी नुकसान हुआ है. वह सिर्फ भारतीय क्रिकेट ही नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट में पैसा लेकर आये. एक समय आइसीसी के पास हजार डॉलर भी नहीं थे लेकिन जब वह गये तो अरबों डालर के पास छोड़ गये. उनकी खाली जगह को कोई भर नहीं सकता है.

श्री शेट्टी ने कहा कि उनकी मौत पूरे क्रिकेट जगत के लिए बड़ा नुकसान है. उन्होंने न केवल बीसीसीआइ को एक मुकाम तक पहुंचाया, बल्कि आइसीसी को भी आर्थिक रूप से समृद्ध बनने में योगदान किया. सचिन तेंदुलकर-माइक डेनिस विवाद को याद करते हुए श्री शेट्टी ने कहा कि डालमिया ही वह व्यक्ति थे, जिन्होंने यह कहा था कि हम लोग किसी मैच रेफरी के बगैर खेलेंगे आैर ऐसा ही हुआ था. 2001 में दक्षिण अफ्रीका में हुए इस विवाद में सचिन पर गेंद के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा था.

डालमिया की आंखें दान की गयीं

बीसीसीआइ अध्यक्ष जगमोहन डालमिया इस दुनिया को छोड़ कर चले गये, पर उनकी आंखें उनके मरने के बाद भी किसी इंसान की जिंदगी में रोशनी ले कर आयेगी, क्योंकि जगमोहन डालमिया की इच्छा को पूरा करते हुए उनकी आंखें मरणोपरांत सुश्रुत आई फाउंडेशन एंड रिसर्च सेंटर के वनमुक्त आई बैंक को दान कर दी गयी.

दुनिया के दिग्गज क्रिकेट प्रशासक ने यह वसीयत की थी. बीसीसीआइ ने एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी. विज्ञप्ति में कहा गया है कि जगमोहन डालमिया ने ही नेत्रहीनता उन्मूलन से जुड़े सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की शुरुआत की थी. इस थीम को क्रिकेट फोर लाइफ बियोंड डेथ और चांस ऑफ सेकेंड इनिंग्स के नाम से भी जाना जाता है.

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