Advertisement
जामुड़िया में माकपा, तृणमूल समर्थकों में मारपीट
थाने में माकपा समर्थकों के ट्रेकर, मारुति वैन को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने किया क्षतिग्रस्त, पत्रकार को पीटा जामुड़िया : निकाय चुनाव में सत्ताधारी दल की धांधली एवं ¨हसा के विरोध में वाममोरचा, भाजपा तथा वामपंथी श्रमिक संगठनों द्वारा बुलाये गये बंद के दौरान गुरुवार को जामुड़िया क्षेत्र में भारी उत्तेजना व्याप्त रही. बंद के समर्थन […]
थाने में माकपा समर्थकों के ट्रेकर, मारुति वैन को तृणमूल कार्यकर्ताओं ने किया क्षतिग्रस्त, पत्रकार को पीटा
जामुड़िया : निकाय चुनाव में सत्ताधारी दल की धांधली एवं ¨हसा के विरोध में वाममोरचा, भाजपा तथा वामपंथी श्रमिक संगठनों द्वारा बुलाये गये बंद के दौरान गुरुवार को जामुड़िया क्षेत्र में भारी उत्तेजना व्याप्त रही. बंद के समर्थन में गुरुवार प्रात: जामुड़िया माकपा जोनल सचिव मनोज दत्ता, जोनल सदस्य सुजीत दत्ता को बोगड़ा चट्टी में पथावरोध के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
इसके विरोध में माकपा नेता, कार्यकर्ता, समर्थक जब जामुड़िया थाना में थाना प्रभारी को ज्ञापन देने पहुंचे तो पुलिस ने माकपा जोनल सदस्य तापस कवि, सुंदरजोशी समेत दस नेताओं को हिरासत में ले लिया.
दूसरी ओर बंद का विरोध करते हुये तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जामुड़िया थाने में माकपा समर्थकों के दो ट्रेकर, एक मारुति वैन को क्षतिग्रस्त कर दिया. जामुड़िया बाजार में बंद के समर्थन में रैली का विरोध करते हुये भाजपा मंडल अध्यक्ष संतोष सिंह की पिटायी कर दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने संतोष को भी गिरफ्तार कर लिया. पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति व्याप्त हो गयी.
जो दुकानें खुली, वह भी मारपीट के बाद बंद हो गयी. समाचार संकलन को गये फोटोग्राफर हरि घोष की भी तृणमूल के बहिष्कृत नेता आलोक दास के नेतृत्व में पिटायी कर दी गयी. इसके प्रतिवाद में अंचल के पत्रकार एकजुट होकर तत्काल आलोक दास समेत हरि घोष को पीटने वाले तृणमूल कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुये जामुड़िया थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे. थाना प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की ति पत्रकारों ने थाना के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. पुलिस कमिश्नर ने सूचना मिलने पर जामुड़िया थाना प्रभारी को पत्रकार की पिटायी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया. इसके बाद मामला दर्ज किया गया.
रानीगंज में बंद रहे हाट-बाजार
रानीगंज : रानीगंज में वाममोरचा, भाजपा आहूत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. हाट-बाजार बंद रहे. प्रात: कुछ बसें चलीं लेकिन यात्री गायब दिखे. इस कारण थोड़े समय पश्चात ही ये बंद हो गयीं. राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर भी वाहन बेहद ही कम दौड़े. स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय खुले रहे लेकिन उपस्थिति कम रही. कोलियरियों में भी उत्पादन हुआ. ट्रेनें भी सामान्य चलीं. रानीगंज की एकमात्र तृणमूल पार्षद हीना खातून ने बताया कि भाजपा, माकपा आहूत बंद पूरी तरह विफल रहा. जनता अब बंद का समर्थन नहीं करती है. यह साबित हो गया. दूसरी ओर रानीगंज माकपा जोनल सचिव रुनु दत्ता ने बंद को पूरी तरह से सफल बताया.
अदालतें खुलीं, नहीं हुई सुनवाई
आद्रा : पुरुलिया में भी बंद का मिलाजुला असर ही देखने को मिला. जिले के अधिकांश हिस्सों में निजी बस, चार पहिया वाहनों का टोटा दिखा. हालांकि सरकारी बसें दौड़ रही थीं. अधिकांश शिक्षा प्रतिष्ठान खुले थे लेकिन छात्र-छात्रओं की संख्या कम थी. रघुनाथपुर, पुरुलिया अदालत तो खुले रहे लेकिन मुकदमें की सुनवाई नहीं हो पायी. ट्रेनों की आवाजाही अन्य दिनों की तरह ही सामान्य रही. सरकारी कार्यालय खुले थे. लेकिन उपस्थिति कम थी. जिले के सभी हिस्सों में तृणमूल ने बंद के विरोध में रैली निकाली. रेल शहर आद्रा में तृणमूल ने बाइक रैली निकाली. जिला तृणमूल अध्यक्ष सह मंत्री शांतिराम महतो ने सरकारी कार्यालयों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि जनता ने बंद को नकार दिया है. जिले के अधिकांश हिस्सों में व्यापारिक संस्थाएं बंद थीं.
माकपा तथा भाजपा ने पुरुलिया में बंद को पूर्ण रूप से सफल रही. पुलिस ने सत्ताधारी दल के इशारे पर बंद समर्थकों की पिटायी की. तृणमूल ने व्यापारियों को डरा धमका कर दुकान खुलवाने का प्रयास किया लेकिन विफलता हाथ लगी. प्रशासन ने आज के बंद को शांतिपूर्ण बताया.
तृणमूल पर हमले का आरोप
पानागढ़ : दक्षिण बंगाल के वीरभूम में बंद का मिश्रित प्रभाव देखने को मिला. वीरभूम के मयूरेश्वर में माकपा के जुलूस पर तृणमूल समर्थित अपराधियों के हमले का आरोप जिला माकपा नेता, पार्टी सचिव डॉ रामचंद्र डेाम ने लगाया है. इस दौरान मीडिया कर्मी भी आक्रांत हुये हैं.
जिला तृणमूल पार्टी सचिव अनुव्रत मंडल ने हमले के पीछे तृणमूल का हाथ होने के आरोप का खंडन किया है. रामपुरहाट-बोलपुर सिउड़ी अनुमंडल में बंद का मिलाजुला असर रहा. बर्दवान के मेमारी में भी बंद तथा सड़क अवरोध कर रहे सीपीएम समर्थकों पर पुलिस ने लाठियां भांजीं. पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिये लाठी चार्ज करना पड़ा.
बर्दवान सदर थाना पुलिस अवरोध कर रहे तीन जिला पार्टी नेताओं को गिरफ्तार कर थाने ले गयी. इनमें अशोक बनर्जी शामिल थे. बाद में दोपहर ढाई बजे उसे छोड़ दिया गया. बर्दवान कोर्ट परिसर में भी हड़तालियों ने जज को कोर्ट में जाने से रोकने की नाकाम कोशिश की. हालांकि कोर्ट का कामकाज बंद के कारण ठप ही रहा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement