गौरतलब है कि एसयूसीआई समर्थक दो रुपये किलो चावल योजना को बंद नहीं करने, चिटफंड कंपनियों के ग्राहकों का पैसा वापस करने, महिलाओं पर हमले को बंद करने, शिक्षा का स्वाधिकार, पास-फेल प्रथा को चालू करने, कृषकों की फसलों को उचित कीमत देने सहित कई अन्य मांगों के समर्थन में जिला शासक कार्यालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे.
पुलिस ने जब उन्हें खदेड़ने की कोशिश की तो उनकी प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प हो गयी. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तित-बितर करने के लिए लाठीचार्ज कर दिया. इससे गुस्साये एसयूसीआई समर्थकों ने पथावरोध कर दिया. एसयूसीआई समर्थकों ने पुलिस की लाठीचार्ज के खिलाफ शनिवार को पूरे जिले में पथावरोध व प्रतिवाद रैली निकालने की घोषणा की.