कोलकाता: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में खराब नतीजे के बाद असम के मुख्यमंत्री व बिहार के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया है. हालांकि कोलकाता दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के तहत आनेवाले विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर से भाजपा उम्मीदवार ने तृणमूल उम्मीदवार को पछाड़ा है. भले ही लोकसभा की इस सीट से भाजपा उम्मीदवार तथागत राय हार गये हों, लेकिन भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र के वोटों में उन्होंने सुब्रत बक्शी यानी तृणमूल उम्मीदवार को पछाड़ा है. यह राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का विधानसभा क्षेत्र है.
इस क्षेत्र में तृणमूल की हार के बाद क्या उन्हें भी बिहार या असम के मुख्यमंत्री की तरह कदम उठाना चाहिए, इस पर उन्हें विचार करना चाहिए. श्री सिन्हा ने दावा किया कि राज्य में खास जीत हासिल करने के बाद भी तृणमूल को शांति नहीं है. उस पर सीबीआइ की तलवार लटकने लगी है. राज्य में नियुक्त विशेष पर्यवेक्षक सुधीर कुमार राकेश के साथ उन्होंने तृणमूल के गुप्त समझौते का आरोप लगाया. श्री सिन्हा ने एक बार फिर राज्य में मतदान के दौरान रिगिंग का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि भाजपा को राज्य से कम से कम 12 सीटें मिलतीं, यदि रिगिंग नहीं होती. श्री सिन्हा ने कहा कि राज्य में भाजपा के बेहतर प्रदर्शन के बाद लोगों में पार्टी के प्रति काफी उत्साह बढ़ा है. पश्चिम मेदिनीपुर के पिंगला के फरिंदा गांव में माकपा के एक कार्यालय को उसके ही कार्यकर्ताओं ने भाजपा के कार्यालय में बदल दिया है. इसके अलावा माकपा व तृणमूल के कई नेता भी भाजपा में आने के लिए आवेदन कर रहे हैं. वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की ओर से तृणमूल को सीधी टक्कर दी जायेगी. वह दिन दूर नहीं जब तृणमूल को भाजपा फुटपाथ पर ला देगी.