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हाथरस केस : चाय पीने अलीगढ़ जेल पहुंचे भाजपा सांसद पर विपक्ष ने उठाये सवाल, दिलेर बोले- अनावश्यक मामलों में ना घसीटे, …जानें क्या हुआ अब तक

हाथरस / लखनऊ : हाथरस से भाजपा सांसद राजवीर सिंह दिलेर सोमवार को अलीगढ़ जिला जेल पहुंचे थे. भाजपा सांसद के जेल जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए विपक्ष ने कहा है कि एक जनप्रतिनिधि को उस कारागार में जाने से बचना चाहिए था, जहां हाथरस कांड के चारों आरोपित बंद हैं. दिलेर ने बताया कि वह जेलर के बुलावे पर कारागार परिसर स्थित उनके कार्यालय में चाय पीने गये थे. वह वहां किसी से मिलने नहीं गये थे.

हाथरस / लखनऊ : हाथरस से भाजपा सांसद राजवीर सिंह दिलेर सोमवार को अलीगढ़ जिला जेल पहुंचे थे. भाजपा सांसद के जेल जाने पर आपत्ति जाहिर करते हुए विपक्ष ने कहा है कि एक जनप्रतिनिधि को उस कारागार में जाने से बचना चाहिए था, जहां हाथरस कांड के चारों आरोपित बंद हैं. दिलेर ने बताया कि वह जेलर के बुलावे पर कारागार परिसर स्थित उनके कार्यालय में चाय पीने गये थे. वह वहां किसी से मिलने नहीं गये थे.

उन्होंने कहा, ”वह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करने गये थे, मगर उनके कोविड संक्रमित होने के कारण वह मुलाकात किये बगैर ही वापस लौट रहे थे. इस दौरान जेल के ठीक सामने कुछ समर्थकों ने उन्हें रोका. वह उनसे बात कर ही रहे थे कि जेलर बाहर निकल आये और उन्होंने उन्हें चाय पीने के लिए अपने कार्यालय में बुला लिया तो वह चले गये.”

मालूम हो कि हाथरस में दलित समुदाय की महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और उसकी मौत के मामले में सभी चार आरोपित अलीगढ़ जेल में बंद हैं. इस सवाल पर कि क्या वह जेल में उन आरोपितों से मिलने गये थे, दिलेर ने कहा कि वह किसी से मुलाकात करने नहीं गये थे और उन्हें किसी विवाद में अनावश्यक ना घसीटा जाये.

बहरहाल, कांग्रेस ने इस पर कहा कि अगर सांसद वाकई आरोपितों से मिलने गये थे, तो यह निहायत आपत्तिजनक है. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा, ”हाथरस कांड पर पूरी दुनिया की नजर है. ऐसे में हाथरस के सांसद का जेल परिसर में जाना मामूली बात नहीं है. अगर वह आरोपितों से मिलने गये थे, तो यह बेहद आपत्तिजनक है.”

हाथरस मामले में जानें अब तक क्या-क्या हुआ?

  • 14 सितंबर : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 19 साल की दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया.

  • 28 सितंबर : पीड़ित लड़की को पहले अलीगढ़ के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था. तबीयत खराब होने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. 29 सितंबर : पीड़ित लड़की का इलाज के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गयी.

  • 29/30 सितंबर : 29/30 सितंबर की दरमियानी रात को पीड़िता के शव का किया गया अंतिम संस्कार. परिजन ने पुलिस पर लगाया शव को जबरन पेट्रोल डालकर जलाने का आरोप. पुलिस ने परिजनों की रजामंदी से अंतिम संस्कार का किया दावा.

  • 1 अक्तूबर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस की पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हुए रवाना. यूपी पुलिस ने नोएडा एक्सप्रेस-वे पर रोका. राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित 153 नामजद और 50 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज. हाथरस में 31 अक्टूबर तक धारा-144 लागू. जिले की सीमाएं सील की गयीं. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने लिया संज्ञान. 12 अक्तूबर को अपर मुख्य सचिव गृह, डीजीपी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के साथ-साथ हाथरस के जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक को अदालत में पेश होने का दिया आदेश.

  • 2 अक्तूबर : योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आरक्षी अधीक्षक विक्रांत वीर समेत पांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से किया निलंबित. शामली के एसपी विनीत जायसवाल बने हाथरस के नये आरक्षी अधीक्षक.

  • 3 अक्तूबर : कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा समेत पांच कांग्रेसी नेताओं को पीड़िता के परिजनों से मिलने की मिली अनुमति. उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पीड़िता के परिजनों से की मुलाकात. हाथरस में दोनों नेताओं ने पीड़िता के परिजनों से बंद कमरे में की मुलाकात. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की.

  • 5 अक्तूबर : हाथरस की पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद संजय सिंह पर फेंकी गयी स्याही. पुलिस ने एक आरोपित को किया गिरफ्तार. सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के आरोप में एक वेबसाइट के खिलाफ दर्ज किया गया मामला.

  • 6 अक्तूबर : पीड़िता के अंतिम संस्कार को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिया स्पष्टीकरण. राज्य सरकार ने पीड़िता और आरोपित समुदायों के दोनों गुटों के लोगों को राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ गांव में इकट्ठा होने की खुफिया रिपोर्ट का दिया हवाला. कानून-व्यवस्था खराब होने की जाहिर की आशंका. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के फॉरेन्सिक मेडिसीन विभाग की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में किया प्रस्तुत. रिपोर्ट में पीड़िता से रेप का सबूत नहीं मिलने की कही गयी बात. केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले पीड़िता के परिजनों से मिले. पार्टी की ओर से पीड़ित परिजनों को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की.

  • 7 अक्तूबर : एसआईटी को आज मुख्यमंत्री योगी को सौंपनी थी जांच रिपोर्ट. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसआईटी को दिया और 10 दिनों का समय.

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